Cannes Film Festival में 30 वर्षों में पहली बार भारतीय फिल्म करेगी कंपीट, पायल कपाड़िया की ‘All We Imagine As Light’ का हुआ चयन

कान्स: 77वें वार्षिक कान्स फिल्म महोत्सव की उलटी गिनती शुरू हो गई है और भारत में यह खूब धूम मचा रहा है. आख़िरकार निर्देशक पायल कपाड़िया की ‘ऑल वी इमेजिन एज लाइट’ 30 वर्षों में वैश्विक कार्यक्रम में प्रतिस्पर्धा करने वाली पहली भारतीय फिल्म बन गई है. यह फिल्म 14 मई से 25 मई तक आयोजित होने वाले कान्स फिल्म फेस्टिवल के आगामी संस्करण के दौरान शीर्ष सम्मान के लिए प्रतिस्पर्धा करेगी. कान्स फिल्म फेस्टिवल के आधिकारिक एक्स पेज ने दुनिया भर की फिल्मों की एक सूची साझा की, जिन्हें प्रतियोगिता अनुभाग के तहत प्रदर्शित किया जाएगा.

यह पहली बार नहीं है कि कपाड़िया का काम कान्स में दिखाया जा रहा है. 2021 में उनकी ‘ए नाइट ऑफ नॉट नोइंग नथिंग’ ने कान्स के एक महत्वपूर्ण साइडबार, डायरेक्टर्स फोर्टनाइट में सर्वश्रेष्ठ वृत्तचित्र के लिए गोल्डन आई अवार्ड जीता. कथित तौर पर 2017 में कपाड़िया का ‘आफ्टरनून क्लाउड्स’ सिनेफॉन्डेशन सेक्शन का हिस्सा था, जो क्रिटिक्स वीक और डायरेक्टर्स फोर्टनाइट के साथ फेस्टिवल के दौरान भी होता है. कपाड़िया की फीचर फिल्म विश्व सिनेमा के कुछ सबसे बड़े नामों की नवीनतम फिल्मों के साथ प्रतिस्पर्धा करेगी. फ्रांसिस फोर्ड कोपोला की मेगालोपोलिस, सीन बेकर की एनोरा, योर्गोस लैंथिमोस की काइंडनेस ऑफ काइंडनेस, पॉल श्रेडर की ओह कनाडा, मैग्नस वॉन हॉर्न की द गर्ल विद द नीडल और पाओलो सोरेंटिनो की पार्थेनोप को भी महोत्सव के प्रतियोगिता खंड के लिए चुना गया है.

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