बूढ़ा पहाड़ नाम ही काफी…झारखंड पुलिस ने लौटाई रौनक

किसलय शानू

रांची : झारखंड में बूढ़ा पहाड़ का नाम ही काफी है. नक्सल, खून-खराबा, बम, लैंडमाइंस. एक समय था जब पहाड़ की तरफ जाने से स्थानीय लोग सहम जाते थे. बूढ़ा पहाड़ मतलब नक्सलियों का गढ़. लेकिन, आज वो समय पूरी तरह बदल गया है. वहां की बदसूरती अब खूबसूरती में बदल गई है. पहाड़ों की रौनक फिर से लौट आई है. स्थानीय ग्रामीण स्वच्छ हवा में सांस ले रहे हैं. बच्चे खेल का भरपूर आनंद उठा पा रहे हैं. बच्चों से लेकर बूढ़े-बुजुर्ग भी चैन की सांस ले रहे हैं. यह सब संभव हो पाया है झारखंड पुलिस की बदौलत. जी हां, झारखंड पुलिस व केंद्रीय सुरक्षाबल झारखंड को नक्सल मुक्त राज्य बनाने के सपने को साकार करने का अहम कार्य कर रहे हैं.

इसे भी पढ़ें : शराब घोटाला मामला : आठ दिनों की रिमांड पर कारोबारी योगेंद्र तिवारी, ईडी करेगी पूछताछ

बड़गड़ इलाके में नया थाना खोलने का प्रस्ताव

बीते गुरुवार को पलामू आईजी राजकुमार लकड़ा और एसपी दीपक पांडेय बूढ़ा पहाड़ के दौरे पर थे. इस दौरान अधिकारियों ने जवानों का हौसला बढ़ाया. वहीं, ग्रामीण बच्चों के बीच जरूरी सामानों का वितरण भी किया. इस दौरान आईजी ने कहा कि झारखंड-छत्तीसगढ़ सीमा पर एक नया थाना खोलने का प्रस्ताव पुलिस मुख्यालय को भेजा गया है. प्रस्ताव पास होते ही बूढ़ा पहाड़ के समीप बड़गड़ इलाके में जल्द ही नया थाना बनाया जाएगा.

इसे भी पढ़ें : राहुल गांधी को बड़ी राहत, सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता पर लिया एक्शन

बच्चों व परिजनों को शिक्षा के लिए कर रहे प्रेरित

सीआरपीएफ तथा झारखंड पुलिस के संयुक्त तत्वावधान में क्षेत्र के बच्चों की बुनियादी शिक्षा हेतु संचालित अस्थाई विद्यालय पहुंचकर पढ़ रहे 57 बच्चों से भी अधिकारी मिले. इनके बीच समय व्यतीत किया. बच्चों के साथ- साथ क्षेत्र के लोगों को भी शिक्षा का महत्व समझाते हुए उन्हें शिक्षा हेतु प्रेरित किया गया. बच्चों की पढ़ाई-लिखाई हेतु हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता जताई गई.

इसे भी पढ़ें : 5 लाख था ईनाम, पुलिस ने हार्डकोर नक्सली समेत 2 को किया गिरफ्तार