देश के जाने-माने सर्जन की जानलेवा चूक…और दो टुकड़ों में बंट गया पूरा शरीर…देखें वीडियो

आगरा : देश के एक जाने-माने सर्जन को चलती ट्रेन से उतरने की जल्दबाजी उस समय भारी पड़ गई जब कोच के फुटरेस्ट पर रखा उनका पैर फिसल गया और वह प्लेटफॉर्म व ट्रेन के बीच गिरते हुए पटरी पर चले गए. इससे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई. इस हादसे में उनके शरीर के दो हिस्से हो गए. इंस्पेक्टर जीआरपी आगरा कैंट ने बताया कि शव का पंचनामा भरकर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है. वहीं, पुलिस की सूचना पर लैप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ. लाखन सिंह गालब के परिजन भी स्टेशन पहुंच गए हैं.

क्या है मामला

दरसअल, लैप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ. लाखन सिंह गालब रविवार तड़के राजामंडी स्टेशन पर अपनी बेटी को ट्रेन में बैठाने आए हुए थे. 5 नवंबर की सुबह करीब आठ बजे जबलपुर से हजरत निजामुद्दीन जाने वाली महाकौशल एक्सप्रेस राजामंडी स्टेशन पहुंची हुई थी. डॉ. गालब अपनी बेटी को महाकौशल एक्सप्रेस में बिठाने गए. बेटी हजरत निजामुद्दीन जा रही थी. एसी कोच में बेटी को बिठाने के दौरान ही ट्रेन चल पड़ी. ट्रेन चलने पर डॉ. गालब जल्दबाजी में कोच के गेट पर उतरने के लिए पहुंच गए. इसी दौरान जल्दबाजी में उतरते समय कोच के फुटरेस्ट पर रखा उनका पैर फिसल गया और वह प्लेटफार्म और ट्रेन के बीच से पटरी पर गिर गए. यह सारा वाकया स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गया. फुटेज में दिख रहा है कि एक शख्स उन्हें गिरता देख दौड़कर बचाने के लिए दौड़ा, लेकिन वह पहुंचता तब तक देर हो चुकी थी. इस दर्दनाक हादसे में डॉ गालब की मौत हो गई. उनके शरीर के दो हिस्से हो गए.

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कौन थे डॉ लाखन सिंह गालब

डॉ. लाखन सिंह लेप्रोस्कोपी सर्जन थे. पुष्पांजलि, आसोपा सहित कई हॉस्पिटलों में अपनी सेवाएं देते थे. लखन सिंह के तीन बच्चे, दो बेटियां और एक बेटा हैं. सभी अविवाहित हैं. काले का लाल, दिल्ली गेट के पास आवास है. इंस्पेक्टर जीआरपी आगरा कैंट ने बताया कि शव का पंचनामा भरकर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा जा रहा है. पुलिस की सूचना पर डॉ. गालब के परिजन भी स्टेशन पहुंच गए थे. डॉ. लाखन सिंह गालब की दर्दनाक मौत से आगरा के चिकित्सा जगत में शोक फैल गया है. उनके शुभचिंतक और जानने वाले इस पूरे वाकये से हैरान हैं. हर कोई यही कह रहा है कि काश डॉक्टर लाखन ने चलती ट्रेन से उतरने की कोशिश न की होती.

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