नीतीश सरकार के जांबाजों को चुनौती देंगे नये सिपाही

Joharlive Desk

पटना। बिहार में प्रथम चरण में 28 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार में शामिल मंत्रियों को महागठबंधन तथा अन्य राजनीतिक दलों के नये सिपाही चुनौती देने जा रहे हैं।

लखीसराय जिले की लखीसराय सीट से श्रम संसाधन मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार विजय कुमार सिन्हा चुनावी संग्राम में फिर से उतर आये हैं। वहीं, महागठबंधन के घटक कांग्रेस ने अमरेश कुमार अनीस को चुनावी समर में उतारा है, जो अपनी राजनतिक पारी का आगाज कर रहे हैं। पूर्व विधायक फुलेना सिंह राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से टिकट नहीं मिलने के बाद निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर ताल ठोंक रहे हैं। वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी विजय कुमार सिन्हा ने जनता दल यूनाइटेड (जदयू) प्रत्याशी रामानंद मंडल को 6556 मतों के अंतर से पराजित किया था। रामानंद मंडल इस बार लखीसराय जिले की सूर्यगढ़ा सीट से जदयू की टिकट पर भाग्य आजमां रहे हैं।

कैमूर जिले की चैनपुर सीट से खनन मंत्री और भाजपा के निवतर्मान विधायक बृजकिशोर बिंद की प्रतिष्ठा दाव पर लगी हुयी है। महागठबंन की ओर से कांगेस ने प्रकाश कुमार सिंह को पार्टी का उम्मीदवार बनाया है, जो पहली बार चुनावी दंगल में उतरे हैं और भाजपा प्रत्याशी को चुनौती दे रहे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में श्री बिंद ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रत्याशी मोहम्मद जमां खान को बेहद कड़े मुकाबले में महज 671 मतों के अंतर से पराजित किया था। इस बार के चुनाव में भी बसपा ने मोहम्मद जमां खान को पार्टी का उम्मीदवार बनाया है।

मुंगेर जिले की जमालपुर विधानसभा सीट से ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के टिकट पर फिर से चुनावी दंगल में ताल ठोंक रहे हैं। महागठबंधन की ओर से कांग्रेस जिला अध्यक्ष अजय कुमार सिंह को चुनावी समर में उतारा गया है, जो पहली बार सत्ता के संग्राम में अपनी बाजी खेल रहे हैं। जदयू से बागी दुर्गेश सिंह लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के टिकट पर चुनाव लड़कर मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने में लगे हैं। वर्ष 2015 के चुनाव में श्री शैलेश कुमार ने लोजपा उम्मीदवार हिंमाशु कुमार को 15478 मतों के अंतर से मात दी थी।