Patna : बिहार में औद्योगिक विकास, ग्रामीण उद्यमिता और कृषि-आधारित निर्यात को बढ़ावा देने के लिए CM नीतीश कुमार ने आज पटना के बिहटा औद्योगिक क्षेत्र का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने तीन प्रमुख इकाइयों आर.के. शर्ट्स यूनिट, डीवी रंजन बैग क्लस्टर और सिकंदरपुर स्थित इंटीग्रेटेड इर्रैडिएशन सेंटर का निरीक्षण किया। इन इकाइयों से स्थानीय रोजगार, महिला सशक्तिकरण और बिहार के कृषि उत्पादों के वैश्विक निर्यात को बढ़ावा मिलेगा।
आर.के. शर्ट्स यूनिट : अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स के लिए उत्पादन
CM ने बिहटा स्थित आर.के. शर्ट्स यूनिट का दौरा किया, जहां अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स के लिए परिधानों का निर्माण हो रहा है। वर्तमान में यहां 180 से अधिक युवक-युवतियां कार्यरत हैं। यह यूनिट जल्द ही 1200 लोगों को रोजगार प्रदान करेगी।
मुख्य विशेषताएं :
- परियोजना लागत : ₹7 करोड़
- प्रत्यक्ष रोजगार : 600 लोग
- अप्रत्यक्ष रोजगार : 120 लोग
- उत्पादन प्रारंभ : अप्रैल 2025
डीवी रंजन बैग क्लस्टर : महिला उद्यमिता की मिसाल
CM ने डीवी रंजन बैग क्लस्टर का भी दौरा किया, जहां कैनवास और कॉर्पोरेट गिफ्टिंग बैग्स का उत्पादन होता है। इस इकाई में 80% से अधिक कर्मचारी महिलाएं हैं, जिन्हें स्वयं सहायता समूहों और एनजीओ के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया है। यह इकाई महिला सशक्तिकरण का सशक्त उदाहरण है।
मुख्य विशेषताएं :
- परियोजना लागत : ₹4 करोड़
- प्रत्यक्ष रोजगार : 120 लोग
- अप्रत्यक्ष रोजगार : 40 लोग
- उत्पादन क्षमता : प्रतिदिन 500 बैग्स
- उत्पादन प्रारंभ : मार्च 2025
इंटीग्रेटेड इर्रैडिएशन सेंटर : कृषि निर्यात को नई उड़ान
सिकंदरपुर में ₹58.15 करोड़ की लागत से निर्मित इंटीग्रेटेड इर्रैडिएशन सेंटर का निरीक्षण करते हुए CM ने इसके आधुनिक तकनीक की सराहना की। यह केंद्र फल, सब्जियां, मसाले, मांस और हर्बल उत्पादों की शेल्फ-लाइफ बढ़ाने और वैश्विक निर्यात के लिए उपयुक्त बनाने में सहायक है।
मुख्य विशेषताएं :
- प्रति घंटे 2 मीट्रिक टन की प्रसंस्करण क्षमता
- वैश्विक फाइटोसेनिटरी मानकों का अनुपालन
- लीची और जर्दालु आम का सफल निर्यात (UAE और कतर)
- “Gift from Bihar” अभियान के तहत 2000 से अधिक आम के बॉक्स अंतरराष्ट्रीय मेहमानों को भेजे गए
- 100 से अधिक स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार
CM ने की सराहना, MSME और कृषि नवाचार पर जोर
CM नीतीश कुमार ने इन इकाइयों द्वारा स्थानीय रोजगार सृजन, महिला सशक्तिकरण और बिहार को कृषि-आधारित निर्यात का केंद्र बनाने में निभाई जा रही भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा, “राज्य सरकार MSME विकास, तकनीकी नवाचार और आर्थिक आत्मनिर्भरता के लिए प्रतिबद्ध है। ये इकाइयां बिहार के औद्योगिक और कृषि विकास की नई दिशा तय कर रही हैं।”
वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति
इस अवसर पर जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, CM के प्रधान सचिव दीपक कुमार, सचिव कुमार रवि, उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह, निदेशक मुकुल गुप्ता, निखिल धनराज निप्पणिकर, शेखर आनंद और BIADA के कार्यकारी निदेशक चंद्रशेखर सिंह उपस्थित रहे।
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