
Patna : पटना का गांधी मैदान इस बार दशहरा महोत्सव के खास आयोजनों का गवाह बनेगा। रावण दहन के साथ-साथ 12 दिन तक भव्य रामलीला का मंचन किया जाएगा। आयोजन को और खास बनाने के लिए कई नई चीजें जोड़ी गई हैं, जो पहली बार लोगों को देखने को मिलेंगी।
इको-फ्रेंडली पटाखों से होगा रावण दहन
इस बार रावण, मेघनाद और कुंभकरण के पुतले इको-फ्रेंडली पटाखों से जलाए जाएंगे, जिन पर कुल 5 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं। रावण का पुतला 80 फीट, मेघनाद का 75 फीट और कुंभकरण का 70 फीट ऊंचा होगा। बारिश से बचाव के लिए पुतलों पर खास वार्निश लगाया जाएगा ताकि पानी नहीं रुके।
पुतले बना रहे हैं आगरा के कलाकार
पुतलों का निर्माण आगरा में किया जा रहा है। वहां से पुतले पटना लाकर बाकी का काम पूरा किया जाएगा।
रामलीला के लिए वृंदावन से आएंगे कलाकार
गांधी मैदान में 100×200 फीट का जर्मन पंडाल लगाया जाएगा, जहां हर दिन शाम 6 से 9 बजे तक रामलीला का मंचन होगा। इसके लिए वृंदावन से 35 कलाकारों की टीम आ रही है। दर्शकों के लिए खुले आसमान के नीचे बैठने की भी व्यवस्था की जाएगी।
रामायण के पात्रों के नाम पर होंगे गेट
गांधी मैदान के सभी 12 गेट इस बार रामायण के पात्रों के नाम पर होंगे। जैसे – राम द्वार, भरत द्वार, केवट द्वार, सबरी द्वार आदि। गेट नंबर 1 को “अयोध्या द्वार” नाम दिया गया है।
भगवान राम आएंगे हेलिकॉप्टर से
इस बार भरत मिलाप के दृश्य को और खास बनाने के लिए भगवान श्रीराम हेलिकॉप्टर से गांधी मैदान में उतरेंगे। यह दृश्य पुष्पक विमान की जगह हेलिकॉप्टर से दिखाया जाएगा।
जानकी मंदिर का मॉडल और पूजा
सीतामढ़ी के पुनौराधाम जानकी मंदिर का एक 10×12 फीट का मॉडल भी रामलीला मंच के पास लगाया जाएगा। यहां सीता माता की विधिपूर्वक पूजा की जाएगी, जिसके लिए पुजारी मिथिला से आएंगे। पूजा के लिए एक दानपेटी भी रखी जाएगी, जिससे जमा राशि जानकी मंदिर निर्माण के लिए भेजी जाएगी।
35 लाख रुपये का कुल बजट
इस भव्य आयोजन पर कुल 35 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं। दशहरा कमेटी का कहना है कि इस बार आयोजन ऐतिहासिक होगा और दर्शकों को एक अनोखा अनुभव देगा।
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