नफरत की भावना समाप्त करना ही दशहरा का उद्देश्य : उपायुक्त

लोहरदगा : उपायुक्त डॉ वाघमारे प्रसाद कृष्ण की अध्यक्षता में दशहरा-2023 को लेकर जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक जिला परिषद कार्यालय में आयोजित हुई. बैठक में उपायुक्त ने कहा कि दशहरा का त्योहार वर्षों से बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता रहा है. लेकिन वर्तमान स्वरूप में एक इंसान का दूसरे इंसान में पनपे नफरत को समाप्त करना ही दशहरा का मुख्य उद्देश्य है. यह त्योहार एक दूसरे को जोड़ने वाला त्योहार है. लोहरदगा जिले में हमेशा से पर्व-त्योहार शांतिपूर्वक मनाने की परंपरा चली आ रही है, जो आगे भी बनी रहेगी. बीते कुछ वर्षों से लोहरदगा जिला ने शांति और सौहार्द्र की जो मिसाल कायम की है वह प्रशंसनीय है. इसका श्रेय जिला स्तरीय शांति समिति और प्रखण्ड स्तरीय शांति समिति के सदस्यों और सभी को जाता है. दशहरा पूर्वी भारत का सबसे बड़े त्योहारों में एक है. सभी संप्रदाय के लोग एक-दूसरे के त्योहारों में शामिल हों ताकि हमेशा एक दूसरे के प्रति सौहार्द्र और प्रेम का माहौल बना रहे.

सोशल मीडिया का दुरूपयोग करने पर होगी कार्रवाई : पुलिस अधीक्षक

पुलिस अधीक्षक हरिश बिन जमां ने कहा कि सोशल मीडिया का दुरूपयोग होने पर कार्रवाई होगी. सभी व्हाट्सअप, फेसबुक पेज या अन्य सोशल मीडिया का उपयोग करनेवाले एडमिन की जवाबदेही होगी कि वे किसी भी धार्मिक भावनाओं को आहत पहुंचाने वाले मैसेज पर रोक लगायें. सभी थाना प्रभारी अपने-अपने थाना क्षेत्र में डीजे संचालकों के साथ आवश्यक बैठक कर लें और जरूरी शपथ पत्र ले लें.

पंडालों की अनुज्ञप्ति में ही सभी मुख्य शर्तें अंकित हो. पूजा पंडालों में आवश्यक मानकों का पालन हो. अग्निशामक की व्यवस्था हो, बिजली हो, जरूरी पब्ल्कि एड्रेस सिस्टम हों. प्रवेश और निकास में सीसीटीवी कैमरे लगे हों. पंडालों की वजह से ट्रैफिक में व्यवधान ना हों. सभी थाना क्षेत्रों में दुर्गा पूजा मॉनिटरिंग कमिटी के लिए व्हाट्सअप ग्रुप का निर्माण कर लें और उसमें थाना प्रभारी, पूजा समिति के लोग और दण्डाधिकारी रहेंगे. दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान पूजा समितियां अपने-अपने क्षेत्र में होने वाले विसर्जन/मेला आदि में अपने वालेंटियर्स तैनात रखें. उत्पाद अधीक्षक को अवैध देसी शराब से संबंधित मामलों में त्वरित सूचना दें व कार्रवाई करें.

सीआरपीएफ कमाण्डेंट राहुल कुमार ने कहा कि लोहरदगा जिला में प्रत्येक वर्ष पर्व-त्यौहार अच्छी तरह मनाया जाता रहा है. जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन इस जिला में शांति-व्यवस्था बनाये रखने के लिए बहुत मेहनत करती है. शांति व्यवस्था के लिए सभी व्यक्ति अपना-अपना दायित्व समझें. सीआरपीएफ इस जिला में शांति व्यवस्था के लिए प्रशासन और आमजनों के साथ हमेशा सहयोगी के रूप में खड़ी है.

उप विकास आयुक्त जय ज्योति सामंता ने कहा कि जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन जिला में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए पूरी तरह तत्पर हैं. बीते वर्षों की भांति इस वर्ष भी पर्व-त्यौहार शांतिपूर्ण और उल्लास के वातावरण में मनाये जायेंगे, यह विश्वास है.

ड्रोन व सीसीटीवी से होगी निगरानी

बैठक में दण्डाधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि सभी पूजा पण्डालों में सीसीटीवी की व्यवस्था पूजा पंडाल के समितियों को करनी होगी. सभी मेला, विसर्जन, पूजा पंडालों की निगरानी ड्रोन के माध्यम से करायी जाएगी. सभी थाना प्रभारियों को पूरी तैयारियों के साथ अपने-अपने थाना क्षेत्र में फ्लैग मार्च करने का निर्देश दिया गया. पूजा समितियों के साथ प्रत्येक 2-3 दिनों के अंतराल पर एक बैठक जोनल दण्डाधिकारी द्वारा किये जाने का निर्देश दिया गया. सभी थाना क्षेत्र में लगनेवाले मेला में एक हेल्प डेस्क स्थापित किये जाने का निर्देश दिया गया. सभी पूजा पंडालों में साउण्ड सिस्टम का इस्तेमाल अधिकतम रात्रि 10 बजे तक ही किया जाएगा. बैठक में अनुमण्डल पदाधिकारी अरविंद कुमार लाल, पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) प्रमेश्वर प्रसाद, सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी,  सभी प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी,सभी कार्यपालक दण्डाधिकारी, सभी पुलिस निरीक्षक व थाना प्रभारी समेत विभिन्न पूजा समितियों के अध्यक्ष/सचिव व विभिन्न समुदायों के लोग, जिला स्तरीय व प्रखण्ड स्तरीय शांति समिति के सदस्य उपस्थित थे.

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