ग्रामीणों का मौन धरना, भूमि संबंधी समस्याओं व भूमि घोटालों की जांच की मांग

धनबाद : भूमि संबंधी समस्याओं के निराकरण व भूमि घोटालों की जांच की मांग को लेकर जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों से सैकड़ों ग्रामीणों ने रमेश कुमार राही के नेतृत्व में भूमि बचाओ संघर्ष मोर्चा के बैनर तले रणधीर वर्मा चौक स्थित धरना स्थल पर मौन धरना दिया. धोखरा में सरकारी भूमि, सीएनटी भूमि की लूट पर रोक, फर्जी दलील पर दाखिल ख़ारिज के मामलों की जांच कर कार्रवाई करने, रिंग रोड मुआवजा घोटालों की जांच, गोलकडीह मुआवजा घोटालों की जांच जल्द पूरी करो, रिंग रोड में दीपक साव की गई जमीन के बदले मुआवजा राशि 1 करोड़ 82 लाख प्राप्त राशि शून्य ऐसे दर्जनों श्लोगन लिखी तख्तीयां लेकर धरनार्थी मौन धरना पर बैठे.

1000 करोड़ का भूमि घोटाला

मौन धरना का नेतृत्व कर रहे रमेश कुमार राही ने बताया कि धनबाद में रिंग रोड के नाम पर केवल 200 करोड़ का भूमि घोटाला है. इसके अलावे कई ओर जमीनों का भी घोटाला किया गया है. यदि पुरे मामले की गहराई से जांच की जाए तो करीब 1000 करोड़ का घोटाला सामने आएगा.

10 वर्षो का यह आंदोलन

रमेश राही ने बताया कि भूमि घोटालों की जांच, मुआवजा राशि को लेकर वर्ष 2013 से ही लड़ाई चल रही है. 2016 से एसीबी भूमि घोटाले की जांच कर रही है. आज 2024 में भी जमीन मालिकों को उनका हक नहीं है. मुआवजा राशि भी निकल गई पर वह मुआवजा राशि रैयत तक नही पहुंची. रमेश राही ने बताया कि जिले भर से लोग सैकड़ों की संख्या में मौन धरना में शामिल हुई हैं. वे वही लोग हैं जो जमीन की समस्या से त्रस्त लोग है. इन्हें पैसा देकर नहीं बुलाया गया है. सभी अपनी मांग को लेकर खुद पहुंचे हैं.

इन जगहों के ग्रामीण हुई मौन धरना में शामिल

रमेश राही ने बताया कि जिले के ग्रामीण क्षेत्र गोलकडीह, धैया, प्लानी, कंगलो, तिला टांड, गोपीनाथडीह, मनई टांड रिंग रोड, पिछडी आदि जगहों से ग्रामीण पहुंचे हैं.

2 घंटे का सांकेतिक मौन धरना

रमेश राही ने बताया कि 10 वर्षो के इस आंदोलन को एक बार फिर से तेज कर दिया गया है. आज दो घंटे का सांकेतिक मौन धरना है. इसके बाद आगे और उग्र आंदोलन की रणनीति बनायी जाएगी. राज्य की भ्रष्ट सरकार को हम जगाकर रहेंगे.