दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज को कराया खाली, लोगों को अस्पताल पहुंचाया , 24 कोरोना पॉजीटिव

Joharlive Desk

नई दिल्ली। दिल्ली में धारा-144 लागू होने के बाद भी निजामुद्दीन इलाके में तबलीगी जमात के सेंटर (मरकज) में करीब 1400 लोग रह रहे थे।इस धार्मिक जलसे में शामिल लोगों में से 24 लोगों को कोरोना संक्रमण की पुष्टि के बाद हड़कंप मच गया। लोगों में महामारी के लक्षण मिलने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जलसे से तेलंगाना लौटे छह लोगों की मौत हो गई है। दिल्ली के अस्पतालों में भर्ती संदिग्धों की जांच रिपोर्ट का अभी इंतजार है। दिल्ली सरकार ने इसे आपराधिक कृत्य बताते हुए तब्लीगी जमात के मरकज संचालकाें पर एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं।
निजामुद्दीन स्थित मरकज में एक से 15 मार्च के बीच जलसे में सऊदी अरब, दुबई, उजबेकिस्तान, इंडोनेशिया और मलयेशिया के अलावा देश के कई राज्यों से लोग आए थे।

इनमें 600 भारतीयों सहित करीब 1400 लोग थे। लॉकडाउन से पहले बड़ी संख्या में लोग चले गए थे, लेकिन सोमवार को मरकज में 24 लोगों के पॉजिटिव आने से हड़कंप मच गया।
कोरोना वायरस के संदिग्ध पाए जाने के बाद दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज को खाली करा दिया गया है। मरकज से अब तक कुल 860 लोगों को निकालकर अलग-अलग अस्पतालों में पहुंचाया जा चुका है। खबरों के मुताबिक, 1 मार्च और 14 मार्च के बीच 1,400 लोग यहां रुके हुए थे।1 मार्च और 14 मार्च के के बीच मरकज में 1,400 लोग रुके हुए थे। बीते सोमवार को निजामुद्दीन मरकज में शामिल होने वाले 6 लोगों की तेलंगाना में कोरोना वायरस से मौत हो गई। इस बात की पुष्टि तेलंगाना सीएम के दफ्तर ने की है। वहीं, अंडमान में 10 लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। इन 10 लोगों में 9 लोग वह हैं जो निजामुद्दीन मरकज में धार्मिक सभा शामिल हुए थे।

दिल्ली के अलावा यूपी, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु व तेलंगाना सरकार आयोजन में शामिल लोगों की तलाश कर रही है। गुंटूर विधायक मुस्तफा शेख के भाई भी तब्लीगी जमात में आए थे, जो संक्रमित मिले हैं। इसके बाद शेख परिवार के 14 सदस्य क्वारंटीन हैं। जलसे से लौटे 60 वर्षीय व्यक्ति की बीते हफ्ते कश्मीर में मौत के बाद खतरे की घंटी बज गई थी।
निजामुद्दीन स्थित मरकज संचालकों को पुलिस ने नोटिस देकर जवाब-तलब किया है। आयोजकों ने पुलिस को बताया, जलसा पहले से चल रहा था। 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के कारण लोग मरकज में रुक गए। फिर लॉकडाउन के चलते लोग यहीं रुके रहे। पुलिस ने गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेज दी। बताया जा रहा है कि निजामुद्दीन थाने के कई पुलिसकर्मी भी कोरोना संदिग्ध के दायरे में हैं।