जिला बार काउंसिल के प्रशासनिक सचिव पर जानलेवा हमले के विरोध में वकीलों ने विरोध प्रदर्शन किया, कार्रवाई की मांग की

रांची: जिला बार काउंसिल के प्रशासनिक सचिव पवन रंजन खत्री पर जानलेवा हमले के विरोध में वकीलों ने आक्रोश मार्च निकाला है. सड़क पर उतरे अधिवक्ताओं ने केवल कोतवाली थाना का घेराव किया बल्कि न्यायिक कार्यों का बहिष्कार भी किया है. वकीलों के इस विरोध प्रदर्शन से राजधानी के अलबर्ट एक्का चौक पर कई घंटों तक जाम लगा रहा. जिससे आम लोग काफी परेशान दिखे. प्रशासनिक संयुक्त सचिव पवन रंजन खत्री ने बताया कि उनपर हमला किया गया, वह जीएसटी इंस्पेक्टर है. यही वजह है कि कोतवाली थाना के पुलिस पदाधिकारी उनकी तरफदरी कर पक्ष लेते हुए काउंटर एफआईआर लिया है और अधिवक्ताओं के ऊपर मुकदमा दर्ज किया है.

उन्होंने बताया कि रांची व्यवहार न्यायालय परिसर में जिस तरीके से क्लाइंट ने मेरे साथ इस तरह का व्यवहार किया यह बहुत निंदनीय है, इसका मुझे कभी भी अंदेशा नहीं था कि 2019 के एक केस में हमलोगों को हाजिर होना था. इस मामले में कोर्ट ने समझौता करने का ऑर्डर दिया था. मध्यस्थता के लिए हमने अपने क्लाइंट को जज के चैंबर में भेज दिया, इसके बाद क्लाइंट जैसे ही बाहर आई. उनके पति गौरव सिन्हा ने गंदे कमेंट और गाली गलौज करने लगा. इसकी सूचना पर वहां पहुंचने महिला के पति ने उनपर अभद्र टिप्पणी करने के साथ ही मारपीट करने लगा. इस दौरान उनकी सोने की चेन और जेब से 10 हजार रुपये भी गायब हो गए. वहीं मामले को लेकर जिला बार एसोसिएशन के महासचिव संजय कुमार विद्रोही ने एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की है.

उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना पहले ही लग चुकी है पूर्व में भी अधिवक्ता मनोज झा को गोली मारकर हत्या कर दी गई और उस मामले में अब तक पुलिस प्रशासन की मिलीभगत से आरोपियों को बचाने की कोशिश की जा रही है. एक बार फिर रांची व्यवहार न्यायालय में बाहर के प्रशासनिक संयुक्त सचिव पवन रंजन खत्री पर क्लाइंट द्वारा उनपर हमला किया गया, यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि अधिवक्ता ही क्लाइंट का मामला देखते हैं ऐसे में अगर उनके द्वारा वकीलों पर हमला किया जाए यह कहीं ना कहीं दुर्भाग्य की बात है. इसलिए अधिवक्ताओं की एक ही मांग है जल्द से जल्द एडवोकेट एक्ट लागू किया जाए.

मिली जानकारी के अनुसार पति पत्नी के बीच आपसी विवाद का मामला न्यायालय में चल रहा है. सुलह के लिए दोनों पक्षों को न्यायालय में हाजिर होना था. इसी बीच अधिवक्ता पवन रंजन खत्री और महिला के पति गौरव सिन्हा में अचानक कहासुनी शुरू हो गई उसके बाद उनपर जानलेवा हमला कर दिया. इससे पवन को गंभीर चोट लगी है. पवन रंजन पर हमला के बाद पति भागने की कोशिश की. लेकिन कोर्ट परिसर में मौजूद अधिवक्ता ने पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दी. अधिवक्ता ने गौरव सिन्हा के खिलाफ जान से मारने की कोशिश के आरोप लगाते हुए कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई है.