झामुमो के स्थापना दिवस पर हजारीबाग पहुंची कल्पना सोरेन, कहा- हमारे वीर पुरुखों ने झारखण्ड राज्य के लिए किया था संघर्ष

हजारीबाग: पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन गुरुवार को हजारीबाग में झामुमो के 45वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल हुई. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. उन्होंने कार्यक्रम के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि झामुमो परिवार का यह स्थापना दिवस हमें याद दिलाता है कि खून-पसीना बहाकर हमारे वीर पुरुखों ने जल-जंगल-जमीन की रक्षा और झारखण्ड अलग राज्य के लिए संघर्ष तथा आंदोलन किया था. आज उन सभी वीर पुरुखों को मैं हेमन्त जी और अपनी ओर से नमन करती हूं.

उन्होंने आगे कहा कि आदरणीय दिशोम गुरुजी के आदर्शों पर राज्य का हर एक व्यक्ति चला तब जाकर विशाल झामुमो परिवार बना है. आज तपती धूप में भी आप सभी यहां आयोजित कार्यक्रम में आए, इसके लिए सभी को हार्दिक आभार, धन्यवाद और जोहार. हफ्ते में सिर्फ एक दिन हेमन्त जी मिलना हो पाता है. आज ही उनसे मुलाकात हुई. हेमन्त जी ने सभी वर्गों के लिए जन-कल्याण कार्यों को करने का बीड़ा उठाया, मगर पिछले दो महीनों से तानाशाही ताकतों ने उन्हें – आपके बेटे, आपके भाई, आपके दोस्त हेमन्त जी को आपसे दूर रखा है.

कल्पना सोरेन ने कहा कि झारखण्ड में पहले भी सरकारें रहीं और अधिकतम समय भाजपा ने ही सरकार चलायी. मगर जब एक आदिवासी और संवेदनशील मुख्यमंत्री ने सरकार चलाना शुरू किया, कोरोना जैसे विकट समय में भी अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की सेवा की तो विपक्ष को परेशानी हो गयी. उन्होंने कहा कि दिशोम गुरुजी ने नंगे पांव महाजनों के शोषण के खिलाफ आंदोलन किया था, अलग राज्य के लिए संघर्ष किया था. गुरुजी से वही जज़्बा हेमन्त जी ने भी सीखा है. केंद्र सरकार आज भी वही शोषण हेमन्त जी और झारखण्डवासियों के साथ कर रही है. लेकिन हमारे DNA में है ही नहीं झुक जाना. आज इस अवसर पर आप सभी से आग्रह है आने वाले चुनावों में झारखण्ड विरोधी तानाशाही ताक़तों को मुँह तोड़ जवाब दें. झारखण्ड न झुका है, झारखण्ड न ही झुकेगा!

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