रांची में राजभवन व निगम के सामने फुटपाथ दुकानदार का धरना, कहा-10 हजार लोन लेकर लगाई दुकान, निगम लगा रहा 2 हजार जुर्माना

रांची: रांची में बुधवार को 1000 से अधिक फुटपाथ दुकानदारों ने रांची नगर निगम के खिलाफ आंदोलन का आगाज कर दिया। दुकानदारों के अलग-अलग समूह ने बुधवार को राजभवन और नगर निगम कार्यालय के समक्ष धरना देकर निगम की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े किए। कहा कि कोरोना काल में फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले दुकानदारों ने बैंक से 10 हजार रुपये का लोन लेकर अपना व्यवसाय प्रारंभ किया। निगम की टीम ऐसे दुकानदारों से हर दिन 200 रुपये से लेकर 2000 रुपये तक जुर्माना वसूल रही है।

ऐसे में गरीब दुकानदारों के आगे रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है। बताया कि रांची में 5901 फुटपाथ वेंडर रजिस्टर्ड हैं। इन्हें पहचान पत्र तक नहीं दिया जा रहा है। निगम लगातार एक तरफा कार्रवाई कर रहा है। दुकानदारों का यह भी दावा है कि नगर निगम केंद्र सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन का उल्लंघन कर यह कार्रवाई कर रहा है। रांची नगर निगम के डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय ने निगम की कार्रवाई पर कहा कि सरजाना चौक से कचहरी चौक तक को नो वेंडिंग जोन घोषित किया गया है।

बाकी इलाके में दुकानदार अपनी दुकानें लगा सकते हैं। यह सुविधा रजिस्टर्ड दुकानदारों के लिए दी गई थी। जिनका रजिस्ट्रेशन नहीं है। उनके लिए रजिस्ट्रेशन प्रारंभ करने का निर्णय हुआ। इस पर कितना काम हुआ। यह निगम के अधिकारी बता सकते हैं।

इस लिए शुरू हुआ विरोध
रांची नगर निगम ने कचहरी चौक से मेन रोड होते हुए बिरसा चौक पर और रातू रोड होते हुए बिरसा चौक तक अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इन दोनों सड़कों को फुटपाथ दुकानदारों से मुक्त किया जाएगा। इसी को लेकर अतिक्रमण हटाओ अभियान चल रहा है। रांची नगर निगम की टीम ने कचहरी चौक से मेन रोड होते हुए बिरसा चौक तक अतिक्रमण हटाया था।

सोमवार को बिरसा चौक पर दुकानदारों ने हंगामा किया । जब्त सामान ले गए। निगम का दावा है कि अतिक्रमण हटाने के लिए गए वाहनों को भी क्षतिग्रस्त किया गया। इसके खिलाफ रांची नगर निगम के इंफोर्समेंट टीम के अधिकारियों ने डोरंडा थाने में रांची फुटपाथ दुकानदार हाकर संघ की सचिव अनिता दास समेत चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसके बाद से ही फुटपाथ दुकानदार संघ एकजुट हो गया है।

ये हैं आंदोलन में शामिल
बुधवार को दिए गए धरने में रांची फुटपाथ दुकानदार हॉकर संघ के अलावा नेशनल हॉकर फेडरेशन, अटल स्मृति वेंडर मार्केट, नेपाल हाउस फुटपाथ दुकानदार हाॅकर संघ, पुरुलिया रोड फुटपाथ दुकानदार संघ, बिरसा चौक फुटपाथ दुकानदार संघ आदि के सदस्य और फुटपाथ दुकानदार धरने में शामिल हुए। धरना दोपहर सवा एक बजे तक चला। धरने के दौरान अनिता दास ने आरोप लगाया की इंफोर्समेंट टीम के कर्मचारी फुटपाथ दुकानदारों से वसूली कर रहे हैं। जो लोग पैसा नहीं दे रहे हैं। उनको परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नगर निगम जांच कर ऐसे इंफोर्समेंट टीम के कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करे और फुटपाथ दुकानदारों को परेशान करना बंद करे।

उनका आरोप है कि जब भी नगर निगम अभियान चलाता है। फुटपाथ दुकानदारों का सामान जब्त कर लिए जाता है। जब्त सामानों की कोई सूची नहीं बनाई जाती। जबकि, नियमानुसार जब्त सामानों की सूची बनाई जानी चाहिए और इसकी एक प्रति फुटपाथ दुकानदार को भी दी जानी चाहिए। ताकि, बाद में उस सामान को कोर्ट से वापस लिया जा सके।