Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    17 Jun, 2025 ♦ 12:34 PM
    • About Us
    • Contact Us
    • Webmail
    Facebook X (Twitter) Instagram YouTube Telegram WhatsApp
    Johar LIVEJohar LIVE
    • होम
    • देश
    • विदेश
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुड़
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सराइकेला-खरसावां
      • साहेबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • राजनीति
    • बिहार
    • कारोबार
    • खेल
    • सेहत
    • अन्य
      • मनोरंजन
      • शिक्षा
      • धर्म/ज्योतिष
    Johar LIVEJohar LIVE
    Home»ट्रेंडिंग»कोविड वैक्सीन की तकनीक खोजने वाले वैज्ञानिकों को मेडिसिन का नोबेल पुरस्कार
    ट्रेंडिंग

    कोविड वैक्सीन की तकनीक खोजने वाले वैज्ञानिकों को मेडिसिन का नोबेल पुरस्कार

    Team JoharBy Team JoharOctober 3, 2023No Comments2 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link

    नई दिल्ली: एमआरएनए कोविड वैक्सीन की तकनीक इजाद करने वाले दो वैज्ञानिक डॉ. कैटालिन कारिको और डॉ. ड्रियू वाइसमैन को मेडिसिन का नोबेल पुरस्कार देने का एलान किया गया है.

    बीबीसी के अनुसार, एमआरएनए यानी मैसेंजर रायबोन्यूक्लिक एसिड शरीर को प्रोटीन बनाने का तरीका बताती है. नोबेल पुरस्कार की वेबसाइट ने कहा कि आधुनिक समय में मानव स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़े खतरों में से एक के दौरान पुरस्कार विजेताओं ने टीका विकसित करने में अभूतपूर्व योगदान दिया है. डॉ. कैटालिन हंगरी मूल की अमेरिकी और बायोकेमिस्ट हैं. डॉ. ड्रू वाइसमैन पेन्न इंस्टिट्यूट ऑफ आरएनए इनोवेशन के निदेशक और यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिल्वेनिया के पेरेलमैन इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिसिन में प्रोफेसर हैं.  परंपरागत रूप से टीके में मानव शरीर में मृत या कमजोर वायरस डाले जाते हैं, ताकि यह उनके खिलाफ एंटीबॉडी विकसित कर सके. ताकि जब असल वायरस किसी को संक्रमित करे, तो उनका शरीर उससे लड़ने के लिए तैयार हो. हालांकि, एमआरएनए तकनीक में आनुवंशिक रूप से इंजीनियर किया गया एमआरएनए, कोशिकाओं को किसी विशेष वायरस से लड़ने के लिए जरूरी प्रोटीन बनाने का निर्देश दे सकता है. कोविड-19 के लिए विकसित की गईं मॉडर्ना और फाइजर वैक्सीन में इसी तकनीक का इस्तेमाल किया गया था.

    इसे भी पढ़ें: Newsclick के देश में 30 से अधिक ठिकानों पर रेड, चीन से फंडिंग के आरोप

     

    covid vaccine Current News Daily News Johar Live Latest news Main News News Click News Headline Nobel Prize scientist Today's News आज की खबर करंट न्यूज कोविड वैक्सीन जोहार लाइव डेली न्यूज ताजा खबर नोबेल पुरस्कार न्यूज क्लिक न्यूज हेडलाइन मुख्य समाचार लेटेस्ट न्यूज वैज्ञानिक
    Follow on Facebook Follow on X (Twitter) Follow on Instagram Follow on YouTube Follow on WhatsApp Follow on Telegram
    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Previous Articleभारत-कनाडा तनाव और बढ़ा, बोला भारत-अपने राजनयिक बुला ले कनाडा
    Next Article रांची समेत राज्य भर में तीन दिनों तक होती रहेगी बारिश, इन जिलों में रेड अलर्ट

    Related Posts

    ट्रेंडिंग

    अमरनाथ यात्रा मार्ग 1 जुलाई से नो फ्लाइंग जोन घोषित, UAV और ड्रोन पर भी प्रतिबंध

    June 17, 2025
    ट्रेंडिंग

    महिला विश्व कप के बाद वनडे क्रिकेट से संन्यास लेंगी सोफी डिवाइन, टी20 करियर रहेगा जारी

    June 17, 2025
    झारखंड

    ट्रैफिक सुधार के लिए रांची पुलिस ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर

    June 17, 2025
    Latest Posts

    CM नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक, 20 अहम फैसलों पर लगी मुहर

    June 17, 2025

    अमरनाथ यात्रा मार्ग 1 जुलाई से नो फ्लाइंग जोन घोषित, UAV और ड्रोन पर भी प्रतिबंध

    June 17, 2025

    इंजेक्शन लगाने के बाद युवक की मौ’त, डॉक्टर फरार

    June 17, 2025

    महिला विश्व कप के बाद वनडे क्रिकेट से संन्यास लेंगी सोफी डिवाइन, टी20 करियर रहेगा जारी

    June 17, 2025

    मोतिहारी में साइबर क्राइम सिंडिकेट का भंडाफोड़, 5 अपराधी गिरफ्तार

    June 17, 2025

    © 2025 Johar LIVE. Designed by Forever Infotech.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.