Kashmir : कश्मीर घाटी में आतंक और अलगाववादी नेटवर्क के खिलाफ पुलिस ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए जमात-ए-इस्लामी से जुड़े 225 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की है। यह कार्रवाई दक्षिण कश्मीर के कुलगाम और उत्तर कश्मीर के सोपोर जिलों में एक साथ की गई। सैकड़ों संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
कुलगाम में 200 से अधिक ठिकानों पर छापे
कुलगाम पुलिस ने पिछले चार दिनों में लगभग 400 सर्च ऑपरेशन चलाए। इस दौरान 200 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की गई और 500 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की गई। कई लोगों को एहतियातन मट्टन जेल, अनंतनाग भेजा गया। छापेमारी के दौरान डिजिटल उपकरण, दस्तावेज और संदिग्ध सामग्री जब्त की गई, जिन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
सोपोर में 25 जगहों पर छापेमारी
उत्तर कश्मीर के सोपोर, जैनगीर और रफियाबाद इलाकों में पुलिस ने 25 स्थानों पर छापे मारे। पुलिस के मुताबिक, जमात-ए-इस्लामी नेटवर्क को नए नामों से फिर से सक्रिय करने की कोशिश कर रहा था। छापेमारी में प्रिंटेड सामग्री, मोबाइल फोन, लैपटॉप और संगठन से जुड़े दस्तावेज जब्त किए गए।

लाल किला धमाके से जुड़े नेटवर्क की जांच
दिल्ली में हुए लाल किला विस्फोट मामले की जांच भी जारी है। पुलिस ने धमाके में इस्तेमाल कार के डीलर अमित को हिरासत में लिया है। प्रारंभिक जांच में पता चला कि विस्फोटक वाहन उसी के शोरूम से खरीदा गया था। फरीदाबाद से गिरफ्तार डॉ. शाहीना और उसके नेटवर्क “जमात-उल-मोमिनात” की भी जांच की जा रही है।
एजेंसियों का समन्वय और कार्रवाई
कश्मीर पुलिस, दिल्ली पुलिस, एनआईए और खुफिया एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि क्या जमात-ए-इस्लामी नेटवर्क और लाल किला धमाके के बीच कोई वित्तीय या लॉजिस्टिक कनेक्शन था। अधिकारियों ने बताया कि यह छापेमारी सिस्टमेटिक क्लीन-अप ऑपरेशन का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य घाटी में आतंकी फंडिंग और विचारधारा फैलाने वाले नेटवर्क को खत्म करना है।

