Johar Live Desk : अक्टूबर के आखिरी दिन शुक्रवार को शेयर बाजार की शुरुआत हल्की गिरावट के साथ हुई, लेकिन जल्द ही बाजार में रौनक लौट आई। बीएसई का सेंसेक्स 218 अंकों की बढ़त के साथ 84,622 पर पहुंच गया, जबकि एनएसई का निफ्टी 50 अंकों की तेजी के साथ 25,925 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
शुरुआत में बाजार ने कमजोर रुख दिखाया था। सेंसेक्स 24 अंक गिरकर 84,380 पर खुला, वहीं निफ्टी ने 14 अंकों की गिरावट के साथ 25,864 से दिन की शुरुआत की। वैश्विक बाजारों से मिले-जुले संकेतों के चलते निवेशक सतर्क नजर आए। गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ था। सेंसेक्स 592 अंक टूटकर 84,404 पर और निफ्टी 176 अंक नीचे गिरकर 25,877 पर बंद हुआ था।
वैश्विक बाजारों की बात करें तो एशियाई शेयर बाजारों में आज तेजी देखने को मिली। जापान का निक्केई 225 सूचकांक 1.7 प्रतिशत बढ़कर नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया, जबकि टॉपिक्स इंडेक्स में 0.79 प्रतिशत की बढ़त रही। दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.20 प्रतिशत और कोस्डैक 0.47 प्रतिशत ऊपर रहा। वहीं, हांगकांग के हैंग सेंग फ्यूचर्स में हल्की कमजोरी देखी गई। गिफ्ट निफ्टी 26,057 के आसपास ट्रेड कर रहा था, जो निफ्टी फ्यूचर्स के पिछले बंद से करीब 25 अंक ऊपर था। यह भारतीय शेयर बाजार के लिए हल्की सकारात्मक शुरुआत का संकेत दे रहा था।

अमेरिकी शेयर बाजार गुरुवार को गिरावट के साथ बंद हुए। डॉउ जोन्स 0.23 प्रतिशत गिरकर 47,522 पर, एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.99 प्रतिशत गिरकर 6,822 पर और नैस्डैक कंपोजिट 1.57 प्रतिशत टूटकर 23,581 पर बंद हुआ। प्रमुख टेक कंपनियों के शेयरों में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। एनवीडिया के शेयर 2.04 प्रतिशत, AMD के 3.59 प्रतिशत और माइक्रोसॉफ्ट के 2.9 प्रतिशत गिर गए। मेटा के शेयर 11.3 प्रतिशत टूटे, जबकि गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के शेयर में 2.5 प्रतिशत की मामूली बढ़त रही। टेस्ला के शेयर 4.63 प्रतिशत गिरे, जबकि कार्डिनल हेल्थ में 15.4 प्रतिशत की तेजी और चिपोटल के शेयर में 18.2 प्रतिशत की भारी गिरावट दर्ज हुई।
कमोडिटी मार्केट में सोने की कीमतों में तेजी जारी है। हाजिर सोना 0.3 प्रतिशत बढ़कर 4,034 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। इस महीने अब तक सोने में करीब 4.5 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई है। हालांकि, दिसंबर डिलीवरी के लिए अमेरिकी सोना वायदा 1.1 प्रतिशत गिरकर 3,955 डॉलर प्रति औंस पर आ गया।
डॉलर इंडेक्स 99.478 पर स्थिर बना हुआ है। अमेरिकी डॉलर येन के मुकाबले 153.935 पर, जबकि चीनी युआन के मुकाबले 7.1089 पर टिका रहा। यूरो 0.1 प्रतिशत बढ़कर 1.1572 डॉलर पर और पाउंड स्टर्लिंग 0.1 प्रतिशत बढ़कर 1.316 डॉलर पर पहुंच गया।
तेल बाजार में कमजोरी बनी हुई है। ब्रेंट क्रूड वायदा 0.40 प्रतिशत गिरकर 64.74 डॉलर प्रति बैरल पर और अमेरिकी वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) क्रूड 0.43 प्रतिशत की गिरावट के साथ 60.31 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। यह लगातार तीसरा महीना है जब कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है।
कुल मिलाकर, वैश्विक बाजारों से मिले-जुले संकेतों के बावजूद भारतीय शेयर बाजार ने अक्टूबर के आखिरी दिन मजबूती के साथ कारोबार की शुरुआत की है। विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशक महीने के अंत में सतर्कता बरत रहे हैं, लेकिन बाजार में फिलहाल सकारात्मक रुझान कायम है।
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