Johar Live Desk : उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के सहस्त्रधारा क्षेत्र में बीती देर रात बादल फटने की घटना सामने आई। इस आपदा के कारण तमसा नदी में अचानक आई बाढ़ ने कहर बरपा दिया। बाढ़ में दो लोग लापता हो गए और कई वाहन बह गए। हालात को देखते हुए जिले में कक्षा 12वीं तक के सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
प्रभावित इलाकों में टपकेश्वर महादेव मंदिर भी शामिल है, जो पूरी तरह से जलमग्न हो गया। मंदिर के पुजारी के अनुसार, सुबह करीब 5 बजे नदी में पानी का स्तर अचानक बढ़ा, जिससे मंदिर जलमग्न हो गया। कई मूर्तियां बह गईं, हालांकि गर्भगृह सुरक्षित रहा। पानी उतरने के बाद मंदिर परिसर में करीब 2 फीट तक मलबा भरा पाया गया।
उधर, हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में धर्मपुर बस स्टैंड पर रातभर हुई मूसलधार बारिश के कारण भारी मलबा जमा हो गया। कई बसें बाढ़ के पानी में बहकर दूर तक चली गईं। मंडी के निहरी क्षेत्र में भूस्खलन से एक मकान ढह गया, जिसमें एक ही परिवार के पांच लोग दब गए। मलबे से अब तक तीन शव बरामद किए जा चुके हैं।
हिमाचल में हालात इतने खराब हैं कि तीन नेशनल हाईवे और 493 सड़कें बंद हो चुकी हैं। यातायात पूरी तरह से बाधित है।
महाराष्ट्र के मुंबई में भी भारी बारिश के चलते रेलवे ट्रैक, सबवे और सड़कों पर पानी भर गया। वहीं, बीड जिले में भारतीय वायुसेना ने 11 ग्रामीणों को एयरलिफ्ट कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
देहरादून में बाढ़ की वजह से एक कार बहने लगी, जिसे बचाने के लिए एक शख्स ने अपनी जान की परवाह किए बिना उसे रोकने की कोशिश की।
मंडी में जब पानी कम हुआ, तो बस स्टैंड के चारों ओर सिर्फ मलबा और तबाही का मंजर नजर आया।
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