Patna : बिहार में इस साल के अंत तक होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक घमासान बढ़ता जा रहा है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक वीडियो के जरिए राज्य की बीजेपी-जेडीयू सरकार को बेरोजगारी, अपराध, पलायन और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरा है. तेजस्वी यादव ने अपने ट्वीट में कहा, “युवाओं को नौकरी नहीं, कामगारों को काम नहीं, अपराध पर लगाम नहीं, पलायन पर कोई रोक नहीं, बेरोजगारों को रोजगार नहीं, बिना घूस दिए होता कोई काम नहीं, ऐसी निकम्मी सरकार अब हमें स्वीकार नहीं, 20 वर्षों की भाजपा-जदयू सरकार अब बिहार को स्वीकार नहीं.”
युवाओं को नौकरी नहीं
कामगारों को काम नहीं
अपराध पर लगाम नहीं
पलायन पर कोई रोक नहीं
बेरोजगारों को रोजगार नहीं
बिना घूस दिए होता कोई काम नहीं
ऐसी निकम्मी सरकार अब हमें स्वीकार नहीं
20 वर्षों की भाजपा-जदयू सरकार अब बिहार को स्वीकार नहीं#RJD #Bihar #TejashwiYadav #india pic.twitter.com/nLlyRZpV1Z— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 18, 2025
तेजस्वी यादव के आरोपों पर पलटवार करते हुए जदयू ने तर्क दिया कि बिहार में CM नीतीश कुमार की सरकार ने 12 लाख नौकरियों और 38 लाख रोजगार देने के लक्ष्य को लगभग पूरा कर लिया है. जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि बिहार अब देश के पहले तीन राज्यों में शामिल है, जहां रोजगार और विकास के लक्ष्य तेजी से पूरे हो रहे हैं. तेजस्वी यादव के पलायन के बढ़ने के आरोप पर भी जदयू ने जवाब दिया, जिसमें कहा गया कि अब बिहार में “रिवर्स माइग्रेशन” हो रहा है. राजीव रंजन प्रसाद के अनुसार, लाखों लोग जो राजद के ‘जंगलराज’ के दौरान बिहार से बाहर गए थे, अब वापस लौट रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि पलायन के आंकड़े लगातार घट रहे हैं.
अपराध के बढ़ने के आरोपों को खारिज करते हुए जदयू प्रवक्ता ने बताया कि बिहार अब उन राज्यों में शामिल हो चुका है, जहां कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर है. उन्होंने कहा कि राज्य में अब माताएं जंगलराज के दौर की तरह मन्नतें नहीं मांगतीं क्योंकि उन्हें सरकार पर विश्वास है. जदयू ने राज्य में पुलिस बल की संख्या बढ़ाने का भी दावा किया. राजीव रंजन प्रसाद ने बताया कि बिहार में थानों की संख्या 817 से बढ़कर 1380 हो चुकी है और पुलिस बल की संख्या 42,480 से बढ़कर 1,10,000 हो गई है. इसके साथ ही 2,29,000 पुलिस कर्मियों की भर्ती का लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है.
जदयू प्रवक्ता ने बिहार में भ्रष्टाचार के आरोपों पर भी तीखा पलटवार किया. उन्होंने कहा कि “अब जिस पार्टी के सुप्रीमो भ्रष्टाचार के मामले में सजायफ़्ता हैं और तेजस्वी यादव खुद ‘ज़मीन दो नौकरी लो’ घोटाले में अदालतों के चक्कर काट रहे हैं, उन्हें भ्रष्टाचार पर सवाल उठाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है.” इस आरोप-प्रत्यारोप के बीच, बिहार की राजनीति गर्मा गई है और आगामी विधानसभा चुनाव के लिए तकरार जारी है.
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