Bettiah : बेतिया जिले के रामनगर थाना क्षेत्र के अर्जुन नगर वार्ड नंबर 07 में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां एक झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही के कारण एक गर्भवती महिला और उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत हो गई. मृतका की पहचान सिगीर बहुवरी गांव निवासी संदीप राम की पत्नी चिंता देवी के रूप में हुई है. परिवार वालों के अनुसार प्रसव पीड़ा होने पर कुछ दलालों ने महिला को फुसलाकर रामनगर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां बिना डिग्री की डॉक्टर उषा सिंह इलाज कर रही थीं. इलाज के दौरान गंभीर लापरवाही हुई, जिसके चलते चिंता देवी और उसके अजन्मे बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई.
अस्पताल में मचा हड़कंप
घटना की जानकारी मिलते ही परिजन अस्पताल पहुंचे और भारी हंगामा किया. गुस्साए परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही और झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए. स्थानीय लोग भी बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए और आरोपी डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करने लगे. सूचना मिलते ही रामनगर थाना प्रभारी ललन कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और अस्पताल को सील कर दिया. मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए बगहा अनुमंडल अस्पताल भेजा गया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए फॉरेंसिक साइंस लैब (FSL) की टीम को भी बुलाया गया है जो अस्पताल की गहन जांच करेगी.
पहले भी जेल जा चुकी है आरोपी डॉक्टर
स्थानीय लोगों ने मीडिया को बताया कि आरोपी झोलाछाप डॉक्टर उषा सिंह पहले भी मेडिकल लापरवाही के एक मामले में जेल जा चुकी हैं. इसके बावजूद वह खुलेआम इलाज कर रही थीं. घटना के बाद से डॉक्टर उषा सिंह फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश में जगह-जगह छापेमारी कर रही है. इस दर्दनाक घटना के बाद पूरे इलाके में आक्रोश फैल गया है. ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन की लापरवाही और स्वास्थ्य सेवाओं की कमी के कारण ऐसे अवैध अस्पताल फल-फूल रहे हैं, जो लोगों की जान से खेल रहे हैं. लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि आरोपी डॉक्टर को जल्द गिरफ्तार किया जाए और झोलाछाप डॉक्टरों पर सख्त रोक लगाई जाए.
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