Khagaria : खगड़िया जिले के चौथम, गोगरी और खगड़िया अंचल में ऑनलाइन आवासीय प्रमाण-पत्र के लिए कुछ हैरान करने वाले आवेदन सामने आए हैं। इनमें भगवान श्रीराम, माता सीता, कौआ, मैना और यहां तक कि ‘ए, बी, सी, डी’ जैसे नामों से प्रमाण-पत्र की मांग की गई है। मामला तब प्रकाश में आया जब चौथम अंचल कार्यालय के अंचल अधिकारी (CO) की नजर इन असामान्य आवेदनों पर पड़ी और उन्होंने तत्काल जांच के निर्देश दिए।
भगवान राम और सीता के नाम पर फर्जी आवेदन
एक आवेदन में भगवान राम के नाम से अर्जी दी गई, जिसमें पिता का नाम ‘दशरथ’, माता का नाम ‘कोसिलिया’ और गांव का नाम ‘अयोध्या’ दर्ज था। वहीं, माता सीता के नाम से आए आवेदन में पिता का नाम ‘राजा जनक’ और पंचायत का नाम ‘अयोध्या’ लिखा गया था। एक अन्य अर्जी में तो आवेदक का नाम ‘कौआ सिंह’, पिता का नाम ‘कौआ’ और माता का नाम ‘मैना देवी’ दर्ज था, जिसमें फोटो के स्थान पर कौआ की तस्वीर चिपकाई गई थी।
सरकारी प्रक्रिया को भटकाने की कोशिश
जांच में पता चला कि आरटीपीएस पोर्टल के माध्यम से लगभग दर्जनभर ऐसे फर्जी आवेदन किए गए थे, जिनका मकसद सरकारी प्रमाण-पत्र जारी करने की प्रक्रिया को गुमराह करना था। इन आवेदनों में दिए गए मोबाइल नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह से फर्जी पाए गए।
आईपी एड्रेस की जांच शुरू
जिला प्रशासन ने सभी फर्जी आवेदनों को खारिज कर दिया है और संबंधित थानों में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। अधिकारियों का कहना है कि यह हरकत सरकारी कार्य में बाधा डालने और विभाग की छवि को धूमिल करने के इरादे से की गई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए राष्ट्रीय सूचना केंद्र (एनआईसी), दिल्ली को पत्र लिखकर इन फर्जी आवेदनों के आईपी एड्रेस की जानकारी मांगी गई है। पुलिस अब इन शरारती तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रही है।
अधिकारियों का बयान
चौथम अंचल के सीओ ने बताया, “ऐसे आवेदन न केवल समय की बर्बादी हैं, बल्कि सरकारी तंत्र को भटकाने की कोशिश भी हैं। हम इस मामले की तह तक जाएंगे और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।” जिला प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे ऑनलाइन पोर्टल का दुरुपयोग न करें और केवल सही जानकारी के साथ आवेदन करें। इस घटना ने प्रशासनिक प्रक्रियाओं में साइबर सुरक्षा और सतर्कता की आवश्यकता को एक बार फिर रेखांकित किया है।
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