पीएम को आदिवासियों की धर्म और संस्कृति की जानकारी नहीं: झामुमो

रांची: झामुमो के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के दिल में जनजातीय समुदाय के सम्मान का कोई भाव नहीं दिखता है. क्योंकि उनको आदिवासियों की धर्म और संस्कृति की जानकारी नहीं है. सरना धर्म कोड का एक बार भी उन्होंने उल्लेख नहीं किया. जनजातीय के प्रति उनको थोड़ा भी लगाव रहता तो वे मणिपुर जाते,वहां के लोगों के साथ संवाद स्थापित करते. उनके पैर सिर्फ और सिर्फ चुनाव प्रचार के लिए ही थिरकते रहते हैं. पीएम मोदी न ही मणिपुर गए ओर न ही मिजोरम. वहां भी 39 सीट जनजातीय क्षेत्र है.

झारखंड की धरती पर आए और एचईसी को बचाने पर कोई बात नहीं की

सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में भाजपा को चुनावी लाभ दिलाने के लिए पीएम जनमन योजना की घोषणा करने लिए पीएम मोदी ने झारखंड को चुना. झारखंड की धरती पर आए और एचईसी को बचाने पर कोई बात नहीं की. वे झारखंड को गरीब रखना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी यह जानते थे की राज्य सरकार के बढ़ते कदम को रोकना है तो मुझे ही आना ही पड़ेगा. इसलिए उनका प्रोग्राम यहां कराया गया. वे यहां पर फोटो शूट और राजनीति लाभ लेने के लिए झारखंड आए थे. इससे पहले सुनते थे की गवर्मेंट को डिस्टर्ब करने के लिए सीबीआई, आईटी, ईडी आती थी. लेकिन अब तो गवर्मेंट को डिस्टर्ब करने के लिए तो पीएम भी लग गए. केवल और केवल राजनीतिक प्रचार तंत्र ही अब सरकारी खर्च पर भाजपा का उद्देश्य रहा गया है.

पीएम मोदी गरीबों का उपहास उड़ाते हैं

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी हर्ष के साथ कहते हैं की अगले पांच सालों तक जनता को मुफ्त में अनाज देंगे. यह सब करके उन्होंने आपने भारत को हंगर की सूची में सबसे ऊंचे पायदान में शामिल कर दिया है. पीएम मोदी गरीबों का उपहास उड़ाते हैं उन्हें मुफ्त में अनाज देकर वन संशोधन कानून में अब जंगल में कॉरपोरेट घुस जायेंगे. जंगल को मिटा कर जनजातीय कैसे बचेंगे. उन्होंने केंद्रीय जनजातीय मंत्री अर्जुन मुंडा पर भी तंज करते हुए कहा कि उन्होंने भी सरना धर्म कोड लागू करने कर कुछ नहीं बोला है. वहीं राज्य स्थापना दिवस पर मोरहाबादी मैदान मे आयोजित कार्यक्रम पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने जो भी योजना लाया है वह लाइफ चेंजर साबित होने वाला है. स्थापना दिवस पर राज्य सरकार ने यहां के युवाओं और खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र और सम्मानित भी किया गया. झामुमो प्रवक्ता ने कहा कि झामुमो जानती है की किस प्रकार से हमने राज्य को अलग लिया है तो अपना आदि धर्म को संवैधानिक दर्जा लेंगे, उसके लिए कोई भी संघर्ष करना पड़े तो करेंगे. यहां के आदिवासी-मूलवासी बेवकूफ नहीं हैं जो की कोई भी डमरू बजा कर चले जायेगा और आपको जवाब नहीं देगा. आप 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए तैयार रहिए,जनता सबक सिखाने के लिए तैयार है.

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