पटना :  बीएमपी जवान के अपहरण की खबर झूठी, स्वर्ण व्यवसायी से लूटकांड मामले में स्पेशल टीम ने किया था गिरफ्तार

पटना:  पटना में छपरा लूटकांड में शामिल दो पुलिसकर्मी को गिरफ्तार किया गया है. शनिवार को ही सिपाहियों की गिरफ्तारी हुई थी. चूंकि, छपरा पुलिस की स्पेशल टीम ने सादे लिबास में काफी गुप्त रूप से दोनों सिपाही को रूपसपुर थाना क्षेत्र के महुआ बाग इलाके गिरफ्तार किया था. इसलिए इस गिरफ्तारी के बाद बीएमपी जवान के अपहरण की खबर फैल गई. रविवार को जब पटना पुलिस के इनकी गिरफ्तारी की सूचना मिली तो सच्चाई सामने आई. रूपसपुर थाना क्षेत्र से बीएमपी 5 के एक जवान शशिभूषण सिंह के अपहरण की खबर शानिवार को सामने आई थी. बीएमपी जवान के अपहरण होने की सूचना मिलते हैं ही पुलिस महकमे में हलचल मच गई थी.

बीएमपी जवान शशि के परिवार वालों ने पुलिस को सूचना दी कि वह घर नहीं आए हैं. उसके बाद पुलिस ने जब शशि की खोजबीन शुरू की तो एक सीसीटीवी विजुअल सामने आया. इसमें साफ तौर से देखा गया कि एक सफेद रंग की बोलेरो पर सवार कुछ लोग शशि को बोलेरो में बैठा कर ले जा रहे हैं. सीसीटीवी फुटेज के सामने आने के बाद रूपसपुर थाना इस पूरे मामले की जांच में जुट गई. रविवार की सुबह इस मामले में एक बड़ी सच्चाई सामने आई है.

दरअसल, रूपसपुर थाना क्षेत्र के महुआ बाग इलाके में रहने वाले बीएमपी के जवान शशि भूषण सिंह और उसका एक साथी सिपाही पंकज छपरा के सोना लूट कांड मामले में शामिल था और इसी मामले में शनिवार को छपरा से पटना पहुंची स्पेशल टीम की पुलिस ने इन दोनों को गिरफ्तार किया है .