Patna : तीन साल के लंबे इंतजार के बाद पटना म्यूजियम, जिसे लोग प्यार से जादूघर भी कहते हैं, एक नए और आधुनिक अवतार में जनता के लिए खोल दिया गया है। रविवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 158 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 10 हजार वर्ग फीट के नए भवन का उद्घाटन किया। इस नए भवन में गंगा गैलरी, पाटली गैलरी और स्कल्पचर गार्डन जैसे आकर्षण शामिल हैं, जिनमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक का उपयोग किया गया है।
गंगा गैलरी : शाहाबाद से संथाल तक गंगा की यात्रा
गंगा गैलरी में गंगा नदी के उद्गम से लेकर बिहार के जीवन और संस्कृति पर इसके प्रभाव को दर्शाया गया है। यह गैलरी शाहाबाद से संथाल तक गंगा की 445 किलोमीटर की यात्रा को खूबसूरत कलाकृतियों के माध्यम से प्रदर्शित करती है। गंगा के सात सांस्कृतिक क्षेत्रों शाहाबाद, मगध, सारण, अंग, तिरहुत्त, मिथिला और अंगुत्तराप के बारे में भी जानकारी दी गई है।
पाटली गैलरी : मगध साम्राज्य का वैभव
पाटली गैलरी में प्राचीन पाटलिपुत्र के जनजीवन, इतिहास और वैभव को जीवंत किया गया है। मेगास्थनीज और फाह्यान जैसे यात्रियों के विवरणों को कलाकृतियों और चित्रणों के माध्यम से प्रदर्शित किया गया है। गैलरी में राजगीर से मगध साम्राज्य की भव्यता तक का सफर देखने को मिलेगा। खास आकर्षण है 16 फीट का पाटलिपुत्र शहर का रिप्लिका। इसके अलावा, आचार्य चाणक्य का होलोग्राम दर्शकों के सवालों का जवाब देगा। AI तकनीक से लैस यह होलोग्राम हिंदी और अंग्रेजी में सवालों के जवाब देगा, और जल्द ही मैथिली, भोजपुरी और विदेशी भाषाओं को भी शामिल किया जाएगा।
स्कल्पचर गार्डन : हिंदू और बौद्ध कला का संगम
स्कल्पचर गार्डन को दो हिस्सों हिंदू और बौद्ध में बांटा गया है। इसमें 102 मूर्तियां प्रदर्शित की गई हैं। हिंदू गैलरी में शक्ति, शिव, विष्णु, ब्रह्मा, सूर्य और नाग आदि की मूर्तियां हैं, जबकि बौद्ध खंड में बुद्ध की प्रतिमा को केंद्र में रखा गया है। पाषाण मूर्तियां, मंदिरों के खंड, स्तूप और विभिन्न धर्मों से जुड़ी कलाकृतियां इस गार्डन की शोभा बढ़ा रही हैं।
अन्य सुविधाएं
नए भवन में 105 लोगों की क्षमता वाला सभागार, टू-डी प्रेक्षागृह, अस्थायी प्रदर्शनी गैलरी, रिसेप्शन, कैफेटेरिया, संग्रहालय कार्यालय, संरक्षण प्रयोगशाला और संग्रह भंडारण की सुविधा भी उपलब्ध है।
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