बांका के मदरसे में हुए बम ब्लास्ट में पुलिस ने टेरर एंगल से किया इनकार, कहा मदरसे में फटा था देसी बम

बांका: बिहार के बांका जिले में मदरसे में ब्लास्ट को पुलिस ने एक देसी बम का विस्फोट बताया है न कि IED बम का। जिला प्रशासन ने इस बाबत गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसमें जिलाधिकारी और एसपी दोनों थे।

देसी बम से हुआ विस्फोट- जिलाप्रशासन

मदरसे में ब्लास्ट के बाद बांका के डीएम और एसपी ने प्रेस कांफ्रेंस की। डीएम सुहर्ष भगत और एसपी ने कहा कि मदरसे में देशी बम फटा था। उसका कोई आतंकी कनेक्शन नहीं है। मदरसा रजिस्टर्ड भी नहीं था और ना ही उसमें फटा बम शक्तिशाली था।

जिला प्रशासन के मुताबिक ‘देशी बम एक कनटेंनर में रखा था और उसी में विस्फोट हुआ। बिहार पुलिस ने सारे एंगल से मामले की छानबीन कर ली है. किसी IED का सुराग नहीं मिला है।’

एसपी ने कहा कि विस्फोट में मारे गए इमाम मौलाना अब्दुल मोमिन अंसारी की अलमारी से 1.65 लाख रुपये बरामद किए गए हैं। उन्होंने कहा कि कोई अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद नहीं हुए हैं और अलग-अलग एंगल पर जांच की जा रही है।

पुलिस की इस थ्योरी पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। सबसे अहम सवाल ये कि क्या सिर्फ एक देसी बम में पूरे मदरसे को ढहाने की ताकत हो सकती है? हालांकि इस सवाल पर बिहार पुलिस कोई जवाब नहीं दे रही है।

इस बीच, राज्य पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) की चार सदस्यीय टीम ने गुरुवार को बांका पुलिस के सहयोग से अपनी जांच जारी रखी। एटीएस की टीम संयुक्त जांच के साथ ही अलग से पूछताछ भी कर रही है। सूत्रों ने कहा कि ATS गहन जांच के बाद राज्य पुलिस मुख्यालय को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।

NIA की जांच की चर्चा

हालांकि अभी तक ये चर्चा है कि इस मामले की जांच NIA करेगी। गुरुवार को एनआईए की एक टीम भी छानबीन के सिलसिले में नवटोलिया पहुंचने और धमाके की जांच अपने जिम्मे लिए जाने की चर्चा जोरों पर रही। हालांकि दोपहर तक एनआईए की टीम घटनास्थल पर नहीं पहुंची थी।