पुंदाग: युवकों से नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी और बंधक बनाया गया, प्राथमिकी दर्ज

रांची: पुंदाग में नौकरी देने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है. ठगों ने चार युवकों को 20 हजार रुपये और ओरिजिनल सर्टिफिकेट लेकर बुलाया गया था. इन चारों युवाओं को अपने 100 परिचितों से ठगी करने को कहा गया. जिसका विरोध करने पर सभी को बंधक बना लिया गया. किसी तरह चारों यवक वहां से भाग कर थाने पहुंचने में सफल रहे और प्राथमिकी दर्ज कराई. इस संबंध में जमशेदपुर के परसुडीह निवासी बोसेन मांझी ने 19 अप्रैल को पुंदाग ओपी में छह के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है. पुंदाग पुलिस मामले की जांच में जुट गई.

जिनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज हुई है उनमें शेख असलम, विक्की कुमार मोहली, प्रेम कुमार, विकास कुमार मोहली, सोनू कुमार और पूजा कुमारी नायक शामिल हैं. इन सभी पर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी और बंधक बना पैसे वसूलने का आरोप है. दर्ज प्राथमिकी में आरोप है कि 10 अप्रैल को बोसेन मांझी को पूजा नायक ने अपने मोबाइल से फोन किया और नौकरी के लिए 20 हजार रुपये लेकर आने को कहा. बोसेन ने उसपर विश्वास कर 20 हजार रुपये कर्ज लिया और पुंदाग स्थित आईएसएम चौक के पास पहुंचा.

आईएसएम चौक से पूजा उसे एक मकान में ले जाया गया. वहां पर एक कमरे में बोसेन को रखा गया. वहां पहले से चार युवक अभिषेक प्रसाद, सूरज कुमार ठाकुर, मनोज कुमार रूके हुए थे. वे भी उसी दिन करीब 11.30 बजे इंटरव्यू के लिए आए थे. आरोप है कि सभी को विक्की कुमार मोहली और सोनू कुमार द्वारा इंटरव्यू दिलाने के नाम पर दूसरे कमरे में ले जाया गया. सभी से उनका ओरिजिनल सर्टिफिकेट और 20-20 हजार रुपया लिया गया. सभी से कुल 80 हजार रुपये लेने के बाद कहा गया कि 15 दिनों की ट्रेनिंग उन्हें दिलाई जाएगी.

पांच दिन बाद सभी को ठगी करने के लिए कहा गया: पांच दिन बाद जब सभी नौकरी के लिए शेख असलम और विक्की कुमार मोहली के पास पहुंचे. दोनों ने उन्हें कहा अपने जानने वाले 100 लोगों का नंबर दो. फिर कहा गया कि सभी को फोन कर कहें कि नौकरी चाहिए तो 20 हजार रुपये लेकर आए. इस पैसे में से उन्हें कमीशन मिलेगा. उन्हें कहा गया कि तुम्हें इनसे ठगी करनी है.

विरोध करने पर बना लिया बंधक: चारों युवक ने जब ठगी करने से मना कर दिया तो सभी के साथ गाली गलौज किया गया. फिर चारों को बंधक बना लिया गया. चारों को कमरे में बंद कर निगरानी के लिए एक गार्ड को बाहर दरवाजे के पास खड़ा कर दिया गया. चारों को मानसिक रूप से काफी परेशान किया गया. धमकी दी गई और कहा गया कि अगर यहां से निकलना है, तो 50 हजार रुपये की रंगदारी देनी होगी. किसी तरह चारों मौका देख कर वहां से भाग निकले और थाने में मामले की जानकारी दी.