भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत, ईरान के कब्जे वाली जहाज से वापस लौटी एक क्रू मेंबर

नई दिल्ली: एक बड़ी कूटनीतिक जीत में, केरल के त्रिशूर की एन टेसा जोसेफ, इज़राइल से जुड़े मालवाहक जहाज ‘एमएससी एरीज़’ के 17 भारतीय चालक दल के सदस्यों में से एक, जिसे 13 अप्रैल को ईरान द्वारा जब्त कर लिया गया था, सुरक्षित रूप से गुरुवार को भारत लौट आई हैं. विदेश मंत्रालय (एमईए) ने गुरुवार को एक आधिकारिक बयान के जरिए इसकी जानकारी दी. भारतीय डेक कैडेट गुरुवार दोपहर कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरी और कोचीन के क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी ने उसका स्वागत किया.

जयशंकर ने अपने ईरानी समकक्ष से की बात 

वहीं विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि तेहरान में भारतीय मिशन और ईरानी सरकार के ठोस प्रयासों से, केरल के त्रिशूर से भारतीय डेक कैडेट एन टेसा जोसेफ, जो कंटेनर जहाज एमएससी एरीज़ के भारतीय चालक दल के सदस्यों में से थीं, आज कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षित रूप से उतर गई हैं. हवाई अड्डे पर जोसेफ का स्वागत कोचीन के क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी ने किया.  कंटेनर जहाज की जब्ती के मद्देनजर, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने ईरानी समकक्ष होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन से बात की, जिसमें 17 भारतीय चालक दल के सदस्यों की रिहाई का मुद्दा उठाया गया. इससे पहले, दोनों नेताओं ने पश्चिम एशिया में मौजूदा स्थिति पर चर्चा की और तनाव से बचने के महत्व पर जोर दिया.

जल्द ही वापस लौटेंगे बाकी 16 लोग 

जयशंकर ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से पोस्ट करते हुए लिखा कि आज शाम ईरानी विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन से बात की और MSC एरीज़ के 17 भारतीय चालक दल के सदस्यों की रिहाई पर चर्चा की. क्षेत्र की वर्तमान स्थिति पर चर्चा की. तनाव से बचने, संयम बरतने और कूटनीति में लौटने के महत्व पर जोर दिया. संपर्क में बने रहने पर सहमति व्यक्त की. विदेश मंत्रालय ने बताया कि तेहरान में भारतीय मिशन कंटेनर जहाज के शेष 16 भारतीय चालक दल के सदस्यों के संपर्क में था, जो वर्तमान में ईरानी नियंत्रण में है. विदेश मंत्रालय की विज्ञप्ति में कहा गया है कि चालक दल के सदस्य अच्छे स्वास्थ्य में हैं और घर वापस अपने परिवार के सदस्यों के संपर्क में हैं.

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