Patna : पटना में राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि आज इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि और सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती है, हम दोनों को नमन करते हैं। गहलोत ने एनडीए के मेनिफेस्टो जारी करने को लेकर तंज कसते हुए कहा, “आज एनडीए का मेनिफेस्टो जारी किया गया, लेकिन सिर्फ 26 सेकंड की प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई। कुछ पत्रकारों ने बताया कि उनके जीवन में इतनी छोटी प्रेस कॉन्फ्रेंस पहली बार हुई। मीडिया अगर सवाल पूछ लेती, तो नीतीश कुमार और नड्डा जी को जवाब देना पड़ता, इसलिए वे भाग गए। मोदी जी तो मीडिया से मिलते ही नहीं हैं।”
उन्होंने कहा, “चुनाव में मेनिफेस्टो बहुत अहम होता है, लेकिन एनडीए लोकतंत्र का बस मुखौटा पहन रहा है। बिहार से कई वादे किए गए थे, जिन्हें अब तक पूरा नहीं किया गया। सम्राट चौधरी ने 50 हजार करोड़ के निवेश की बात कही है, लेकिन इसका आधार क्या है? क्या कोई एमओयू साइन हुआ? एनडीए का मेनिफेस्टो सिर्फ झूठ का पुलिंदा है। उन्हें पहले पिछले 20 साल का रिपोर्ट कार्ड जनता के सामने रखना चाहिए था।”
गहलोत ने आगे कहा, “जब चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जा रहा है, तो मेनिफेस्टो उन्होंने क्यों नहीं जारी किया? क्या नीतीश कुमार अब इस स्थिति में नहीं हैं कि मेनिफेस्टो पढ़ सकें?” उन्होंने दावा किया कि महागठबंधन की सरकार बनने पर उनका मेनिफेस्टो कैबिनेट में पास किया जाएगा, ताकि जनता से किए गए वादे पूरे किए जा सकें।

वहीं, राज्यसभा सांसद डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने भी एनडीए पर निशाना साधते हुए कहा, “आज जो 7 सेकंड का फोटोशूट हुआ, उसका मतलब समझ नहीं आया। एनडीए का ‘टायर्ड और रिटायर्ड’ मेनिफेस्टो जारी हुआ है। नीतीश कुमार अब सिर्फ कठपुतली बनकर रह गए हैं, सरकार दिल्ली से चलाई जा रही है।”
उन्होंने आरोप लगाया, “बीजेपी बिहार को मजदूर सप्लाई राज्य बनाना चाहती है। प्रेस और मीडिया से माफी चाहता हूं कि उनके साथ यह अन्याय हुआ, उनका समय बर्बाद किया गया। बिहार अब भगवान भरोसे चल रहा है।”
डॉ. अखिलेश ने आगे कहा, “जब हमारा संकल्प पत्र जारी हुआ था, तो मुख्यमंत्री ने खुद उसे पढ़ा था। आज नीतीश कुमार को पढ़ने नहीं दिया गया, यह उनका अपमान है। बीजेपी उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी से मेनिफेस्टो पढ़वा रही है। इससे साफ है कि बीजेपी नीतीश कुमार का चेहरा और वोट बैंक इस्तेमाल कर रही है।”
उन्होंने दावा किया कि 14 नवंबर के बाद बीजेपी नीतीश कुमार को पीछे कर अपना मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करेगी। उन्होंने मोकामा में हुई राजनीतिक हत्या का जिक्र करते हुए कहा कि “एनडीए सरकार में अब बिहार में गुंडाराज कायम हो गया है। बिहार बद से बत्तर स्थिति में पहुंच गया है, और अब किसी को भी बीजेपी के ‘नए बिहार’ के वादों पर भरोसा नहीं रहा।”
Also Read : भाजपा ने बाबूलाल सोरेन को लेकर AI-जनित वीडियो पर चुनाव आयोग से सख्त कार्रवाई की मांग की

 

