आतंक का पर्याय बना इनामी सब जोनल कमांडर समेत 13 उग्रवादी गिरफ्तार, रांची-खूंटी पुलिस को मिली बड़ी सफलता, डीआईजी-एसएसपी ने प्रेसवार्ता में दी जानकारी

Joharlive Team

रांची। राजधानी में आतंक का पर्याय बना एक लाख का ईनामी सबजोनल कमांडर कमांडर अखिलेश गोप, हार्डकोर विनोद सांगा उर्फ झुबलू सहित 13 उग्रवादियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार उग्रवादी एक पेटी कांट्रैक्टर की दिनदहाड़े हत्या के लिए एकत्रित हुए थे। उसकी हत्या से पहले नगड़ी गांव में लगने वाली देवठान जतरा में शामिल होने आए थे। वहां खस्सी भात खाने के बाद एक नाच-गान में भी शामिल हुए थे। इसकी सूचना पीलएलएफआई से जुड़े एक पुलिस मुखबिर ने दी। इसके बाद पुलिस ने सभी को घेरकर दबोच लिया। इनके पास से 7.65 एमएम की दो पिस्टल, दो देशी कट्टा, 7.65 बोर की 16 गोलियां, प्वाइंट 315 बोर की तीन गोलियां, 24 मोबाइल, स्कॉर्पियो कार, स्वीफ्ट डिजायर कार, एक बाइक और पीएलएफआई का दो पर्चा बरामद किया गया है। डीआइजी एवी होमकर, एसएसपी अनीश गुप्ता और खूंटी एसपी आशुतोष शेखर ने प्रेस कांफ्रेंस कर जानकारी दी। डीआइजी ने बताया कि लंबे समय से अखिलेश गोप के दस्ते को पकडऩे के लिए पुलिस प्रयासरत थी। इसबीच पुलिस ने नगड़ी के साहेर से और खूंटी के मसमानो से सभी उग्रवादियों को दबोच लिया गया। इनकी विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान भंग कराने और चुनाव प्रकिया को प्रभावित करने की भी योजना थी। तुपुदाना-अमरेश्वर धाम सड़क पर निर्माण साइट पर भी हमला करना था।

ये हुए गिरफ्तार :
सबजोलन कमांडर खूंटी जिले के कर्रा बमरजा निवासी अखिलेश गोप, रांची के नगड़ी साहेर निवासी धरम कुमार महतो, उत्तम महतो, पवन महतो, तुपुदाना के गरसुल निवासी बिरसा तिर्की, संग्राम तिर्की, कर्रा के लोधमा निवासी भांकर महतो, हक्का जांग निवासी राजकुमार महतो, डाड़ी संदीप धान, बालसिङ्क्षरग निवासी ईशु मुंडा, सावड़ा निवासी अमित धान, खूंटी निवासी हार्डकोर विनोद सांगा उर्फ झुबलू और तुपुदाना के गरसुल निवासी सोमा कच्छप शामिल हैं।

सात हत्याकांड सहित 25 मामलों में था वांटेड :
अखिलेश गोप सात हत्याकांड सहित 25 मामलों का आरोपित था। पूछताछ में अखिलेश ने स्वीकार किया है कि उसने वर्ष 2016 में कर्रा में दशरथ साहू की हत्या, अनिल पारदिया व नंदकिशोर महतो की हत्या, तुपुदाना के हुडि़ंगदाग में जाकिर अंसारी सहित छह की हत्या, नगड़ी में लेवी के लिए बाबू खान की हत्या, चेटे गांव में कंस्ट्रक्शन साइट पर लगे इंजीनियर और सुपरवाइजर की हत्या सहित 25 मामलों में वांटेड था। हाल में बीते 3 नवंबर की रात बंडा गांव में पांच लाख लेवी के लिए ट्रैक्टर में आगजनी और मजदूर पर गोलीबारी की थी। अखिलेश के खिलाफ रांची के तुपुदाना, इटकी, नगड़ी, खूंटी के जरियागढ़, खूंटी, लापुंग और कर्रा थाने में मामले दर्ज हैं। सभी मामलों में पुलिस उसे रिमांड पर लेगी।

दिनेश साहू की एनकाउंटर के बाद से था सक्रिय

15 दिसंबर 2015 को पीएलएफआई के एरिया कमांडर दिनेश साहू की एनकाउंटर के बाद से एरिया कमांडर के रूप में अखिलेश गोप को दिनेश गोप ने प्रोजेक्ट किया था। इसके बाद से लगातार तुपुदाना, नगड़ी, धुर्वा ङ्क्षरग रोड, नगड़ी थाना क्षेत्र और खूंटी जिले में सक्रिय था। जंगलों और पहाड़ों में रहकर संगठन को मजबूत करने में लगा था। रांची में लगातार उसका आतंक बढ़ता जा रहा था। डीजीपी ने भी उसे पकडऩे का निर्देश दिया था।

झुबलू है कुख्यात, अखिलेश से जुड़ गया था

विनोद उर्फ झुबलू कुख्यात उग्रवादी है। हाल में जेल से छूटकर अखिलेश के साथ जुड़ गया था। इसके बाद लगातार लेवी की घटनाओं को अंजाम दे रहा था। उसके खिलाफ कर्रा में आठ और खूंटी में एक मामला दर्ज है। पुलिस अलग-अलग मामलों में उसे रिमांड पर लेगी।

छापेमारी टीम में ये थे शामिल

ग्रामीण एसपी रांची ऋषव कुमार झा, अभियान एएसपी खूंटी अनुराग राज, तोरपा एसडीपीओ ओमप्रकाश तिवारी, कर्रा थानेदार मुन्ना कुमार सिंह, नगड़ी थानेदार बाबू वंशी साव, जरियागढ़ थानेदार अवधेश कुमार, ओमप्रकाश टोपप, तिनाई डांगिल, खुर्शीद हुसैन, चंदन कुमार, विजय केरकेट्टा, विजय उरांव, राजेंद्र यादव, सुबोध तिर्की, राजेंद्र नायक, जितेंद्र कुमार राम, राजेंद्र सिंह, सुमित कुमार महतो, प्रकाश कुमार साहू, हरिनारायण प्रजापति, प्रदीप मिंज, अलवीश मुंडा सहित अन्य शामिल थे।