Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    7 Sep, 2025 ♦ 5:32 PM
    • About Us
    • Contact Us
    • Webmail
    Facebook X (Twitter) Instagram YouTube Telegram WhatsApp
    Johar LIVEJohar LIVE
    • होम
    • देश
    • विदेश
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुड़
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सराइकेला-खरसावां
      • साहेबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • राजनीति
    • बिहार
    • कारोबार
    • खेल
    • सेहत
    • अन्य
      • मनोरंजन
      • शिक्षा
      • धर्म/ज्योतिष
    Johar LIVEJohar LIVE
    Home»जोहार ब्रेकिंग»झारखंड सशस्त्र पुलिस का 140 वां स्थापना दिवस मनाया गया, डीजीपी कमल नयन चौबे ने कहा-जैप वन का इतिहास बहुत ही गौरवशाली रहा
    जोहार ब्रेकिंग

    झारखंड सशस्त्र पुलिस का 140 वां स्थापना दिवस मनाया गया, डीजीपी कमल नयन चौबे ने कहा-जैप वन का इतिहास बहुत ही गौरवशाली रहा

    Team JoharBy Team JoharJanuary 5, 2020No Comments3 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link

    Joharlive Team

    रांची। राजधानी रांची के डोरंडा स्थित जैप-एक ग्रांउड में झारखंड सशस्त्र पुलिस का 140 वां स्थापना दिवस रविवार को धूमधाम से मनाया गया। स्थापना दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में झारखंड के डीजीपी कमल नयन चौबे ने कहा कि जैप वन का इतिहास बहुत ही गौरवशाली रहा है। यहां के वीर जवानों ने हमेशा अपनी शहादत देखकर जैप वन का नाम बुलंद किया है। उन्होंने कहा कि वीआइपी सुरक्षा या फिर नक्सलियों के खिलाफ लोहा लेने की बात हो तो उसमें अगर गोरखा जवानों की बात नहीं की जाए तो यह कहानी अधूरी रह जाती है। झारखंड में पिछले 140 सालों से गोरखा के जवान सुरक्षा का जिम्मा संभाले हुए हैं। झारखंड के सभी वीवीआइपी की सुरक्षा का जिम्मा भी जैप वन के जवानों के जिम्मे है।

    डीजीपी ने कहा कि यह बल उन्हें गौरव प्रदान करती है। आज इस फोर्स का 140वां स्थापना दिवस है।  जैप के पाइप बेंड डिस्प्ले ने रेड के माध्यम से डीजीपी सहित सभी मुख्य अतिथियों को सलामी दी।

    तीन दिवसीय आनंद मेले का उद्घाटन

    स्थापना दिवस समारोह के बाद डीजीपी कमल नयन
    चौबे, डीजी मुख्यालय पीआरके नायडू और अतिथियों ने जैप वन ग्राउंड में ही लगे तीन दिवसीय आनंद मेले का दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया। मेले के उद्घाटन के अवसर पर मुख्य अतिथि डीजीपी ने भी खरीदारी की।  मौके पर कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। इसके अलावा विजयी प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। जिसमें खाने-पीने से लेकर हस्तनिर्मित सामान के अलावा घरेलू उपयोग में आने वाले सामान भी शामिल हैं। इसके अलावा कार से लेकर स्कूटर व बाइक से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स सामान के स्टॉल लगाये गये हैं। मेले में नेपाल की खुकरी, जैकेट, जूते सहित दार्जिंलंग के भी स्टॉल आकर्षण का केंद्र हैं। हर दिन सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक मेला खुला रहेगा। इसमें पुलिस परिवार के लोगों के अलावा आम लोग इसका आनंद ले सकते हैं। बच्चों के लिए झूल भी लगाये गये हैं। जिसमें ड्रैगन, ब्रेक डांस, जंपिंग रोप शामिल हैं। मेले में पुलिस परिवार के सदस्यों की ओर से भी स्टॉल लगाए गए हैं। मेले में 90 स्टॉल लगाये गये हैं। मेले में जाने के लिए कोई शुल्क नहीं है।

    उल्लेखनीय है कि जनवरी 1880 में अंग्रेजों के शासनकाल में इस वाहिनी की स्थापना न्यू रिजर्व फोर्स के नाम से हुई थी। वर्ष 1892 में इस वाहिनी को बंगाल मिलिट्री पुलिस का नाम दिया गया। इस वाहिनी की टुकड़ियों की प्रतिनियुक्ति तत्कालीन बंगाल प्रांत, बिहार, बंगाल एवं ओड़िशा को मिलाकर की जाती रही।

    वर्ष 1905 में इस वाहिनी का नाम बदलकर गोरखा मिलिट्री रखा गया। राज्य के अन्य स्थानों पर प्रतिनियुक्त गोरखा सिपाहियों को भी इस वाहिनी में मिलाया गया। देश में स्वतंत्रता के बाद वर्ष 1948 में इस वाहिनी का नाम बदलकर प्रथम वाहिनी बिहार सैनिक पुलिस रखा गया था। इस वाहिनी की प्रतिनियुक्ति नियमित रूप से देश के विभिन्न राज्यों में की जाती रही। यहां तक कि वर्ष 1971 में भारत पाक युद्ध के समय इस वाहिनी को त्रिपुरा के आंतरिक सुरक्षा कार्यो के लिए प्रतिनियुक्त किया गया था। उस वक्त साहसपूर्ण कार्यो के लिए वाहिनी को भारत सरकार ने पूर्वी सितारा पदक से अलंकृत किया था।

    वर्ष 1982 में दिल्ली में आयोजित नवम एशियाड खेलकूद समारोह के दौरान इस वाहिनी की प्रतिनियुक्ति की गयी। जहां बेहतर कार्य के लिए दिल्ली सरकार ने सराहा था। वर्ष 2000 में झारखंड अलग गठन के बाद इस वाहिनी का नाम झारखंड सशस्त्र पुलिस रखा गया था। वर्ष 2004 व 2011 में इस वाहिनी के बिगुलर व बैंड पार्टी ने अखिल भारतीय स्तर पर पहला स्थान प्राप्त किया था।

    #Online news jharkhand Latest news
    Follow on Facebook Follow on X (Twitter) Follow on Instagram Follow on YouTube Follow on WhatsApp Follow on Telegram
    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Previous Articleपलामू : जेजेएमपी के चार नक्सली गिरफ्तार, गोली व देसी कट्टा बरामद
    Next Article सिमडेगा : मुठभेड़ के बाद राइफल के साथ पीएलएफआई उग्रवादी गिरफ्तार

    Related Posts

    झारखंड

    रंगदारी को लेकर हुई फा’यरिंग में युवक जख्मी, आरोपियों को दबोचने में जुटी पुलिस

    September 7, 2025
    झारखंड

    रांची में 16 से 22 सितंबर तक धूम मचाएगा ‘एक्सपो उत्सव 2025′

    September 7, 2025
    जमशेदपुर

    अचानक मानगो पुल से छलांग लगाने लगी लड़की, तभी…

    September 7, 2025
    Latest Posts

    रंगदारी को लेकर हुई फा’यरिंग में युवक जख्मी, आरोपियों को दबोचने में जुटी पुलिस

    September 7, 2025

    CM नीतीश के शिवहर दौरे की तैयारी तेज, DM ने लिया जायजा

    September 7, 2025

    एशिया कप 2025 : टीम इंडिया की जर्सी पर नहीं होगा किसी स्पॉन्सर का नाम… जानें क्यों

    September 7, 2025

    रांची में 16 से 22 सितंबर तक धूम मचाएगा ‘एक्सपो उत्सव 2025′

    September 7, 2025

    RRB पैरामेडिकल भर्ती 2025 : 434 पदों के लिए आवेदन का आखिरी दिन कल, जल्द करें अप्लाई

    September 7, 2025

    © 2025 Johar LIVE. Designed by Forever Infotech. | About Us | AdSense Policy | Privacy Policy | Terms and Conditions | Contact Us

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.