Johar Live Desk : बदलते मौसम के कारण बुखार, सर्दी-जुकाम जैसी मौसमी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। इसके अलावा, देश के कई राज्यों में बाढ़ ने जनजीवन को प्रभावित किया है, जिससे बीमारियों का खतरा और बढ़ गया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बुखार के दौरान चाय और कॉफी से परहेज करने की सलाह दी है और बाढ़ के बाद सतर्कता बरतने की अपील की है।
बुखार में चाय-कॉफी क्यों नुकसानदायक?
विशेषज्ञों के अनुसार, बुखार होने पर शरीर को आराम और हाइड्रेशन की जरूरत होती है। चाय और कॉफी में मौजूद कैफीन शरीर को अलर्ट रखता है, जिससे नींद में बाधा आती है। साथ ही, यह डिहाइड्रेशन का कारण बन सकता है, जो बीमारी के दौरान हानिकारक है। डॉक्टर सलाह देते हैं कि बुखार में हल्का और पौष्टिक आहार जैसे दलिया, गर्म पानी और आसानी से पचने वाले खाद्य पदार्थ लेने चाहिए। कैफीन युक्त पेय से बचना जरूरी है।
बाढ़ के बाद बीमारियों का खतरा
देश के कई हिस्सों में बाढ़ ने तबाही मचाई है। बाढ़ का पानी कम होने के बाद गंदगी और संक्रमण से कई गंभीर बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ जाता है। डॉ. स्वर्णजीत सिंह धवन बताते हैं कि बाढ़ का गंदा पानी उल्टी, दस्त, हैजा, पीलिया और त्वचा रोग जैसी बीमारियां ला सकता है। इस पानी में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया, वायरस और रसायन गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा करते हैं। साफ पानी की कमी और सफाई न होने से बीमारियां तेजी से फैलती हैं।
स्वस्थ रहने की सलाह
विशेषज्ञों का कहना है कि बुखार में आराम और पौष्टिक आहार जरूरी है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोग साफ पानी का उपयोग करें, सफाई का ध्यान रखें और किसी भी लक्षण को नजरअंदाज न करें। बीमारी के शुरुआती संकेत दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
Disclaimer : यह जानकारी सामान्य जागरूकता के लिए है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह लें। ETV भारत इस जानकारी की वैज्ञानिक वैधता का दावा नहीं करता।
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