Johar Live Desk : भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मुलाकात की। यह बैठक दोनों देशों के बीच राजनीतिक, आर्थिक और रणनीतिक संबंधों की समीक्षा और साल के अंत में होने वाले वार्षिक शिखर सम्मेलन की तैयारी को लेकर हुई।
बैठक की शुरुआत में जयशंकर ने कहा कि यह बातचीत भारत-रूस के द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने का अवसर है। उन्होंने राजनीति, व्यापार, निवेश, रक्षा, विज्ञान-तकनीक और लोगों के बीच आपसी संबंधों पर विचार साझा करने की बात कही। उन्होंने याद दिलाया कि दोनों देशों के नेता पिछले साल जुलाई में 22वें शिखर सम्मेलन और फिर कजान में मिले थे, और अब अगली बैठक की तैयारियां हो रही हैं।
Opening remarks at my meeting with FM Sergey Lavrov of Russia in Moscow.
🇮🇳 🇷🇺
https://t.co/cRz5H0dZ48— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) August 21, 2025
रूसी विदेश मंत्रालय के अनुसार, बैठक का मुख्य एजेंडा द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करना है। इसमें परिवहन, रसद, बैंकिंग, वित्तीय लेनदेन को आसान बनाना और राष्ट्रीय मुद्राओं में आपसी व्यापार को बढ़ावा देना शामिल है। साथ ही ऊर्जा, कृषि, और विज्ञान व तकनीक जैसे क्षेत्रों में सहयोग के नए रास्ते तलाशे जाएंगे।
जयशंकर की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब अमेरिका और भारत के बीच व्यापारिक तनाव बढ़ गया है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय वस्तुओं पर टैरिफ बढ़ाकर 50% कर दिया है और रूस से तेल खरीदने पर 25% अतिरिक्त शुल्क लगाने की बात कही है।
भारत सरकार ने इस यात्रा को भारत-रूस के विशेष और मजबूत रणनीतिक संबंधों को और आगे बढ़ाने की दिशा में एक अहम कदम बताया है। माना जा रहा है कि जयशंकर और लावरोव के बीच रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर बातचीत और अमेरिका की शांति पहल पर भी चर्चा हो सकती है। भारत लगातार इस संघर्ष के समाधान के लिए बातचीत और कूटनीति का समर्थन करता रहा है।
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