Patna : राजधानी पटना में पुलिस और कुख्यात अपराधी विजय सहनी के बीच मुठभेड़ हुई। विजय सहनी, जो हत्या, लूट और बैंक डकैती सहित 20 मामलों में वांटेड था, ने गिरफ्तारी के बाद पुलिस पर तीन-चार राउंड गोली चलाई। जवाबी कार्रवाई में पुलिस और एसटीएफ ने गोली चलाई, जो उसके पैर में लगी। उसके पास से दो पिस्तौल और कई हथियार बरामद किए गए। घायल विजय को पुलिस ने एनएमसीएच में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज चल रहा है। यह मुठभेड़ रविवार शाम को आलमगंज थाना क्षेत्र के बिस्कोमान गोलंबर के पास रेलवे ट्रैक पर हुई।
विजय सहनी सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के संदलपुर का रहने वाला है। सिटी एसपी (पूर्वी) परिचय कुमार ने बताया कि तीन-चार महीने पहले मालसलामी थाना क्षेत्र में होटल कारोबारी संतोष कुमार की हत्या में उसका नाम सामने आया था। इस हत्या के बाद उसका एक फोटो हथियार के साथ वायरल हुआ था। वह ओडिशा और झारखंड में हुई बैंक डकैतियों में भी वांटेड है।
पुलिस के मुताबिक, विजय सहनी रामकृष्णानगर थाना क्षेत्र के आसोचक में किसी की हत्या करने की साजिश रच रहा था। सूचना मिलने पर एसटीएफ और स्थानीय पुलिस ने उसे घेर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि हथियार रेलवे ट्रैक के पास एक बोरे में छिपाए हैं। जब पुलिस उसे हथियार बरामद करने ले गई, तो उसने पुलिस पर गोली चला दी। जवाब में पुलिस ने गोली चलाई, जो उसके पैर में लगी।
पटना पुलिस का ऑपरेशन लंगड़ा
पटना पुलिस का ‘ऑपरेशन लंगड़ा’ अपराधियों को सख्त संदेश दे रहा है। पुलिस का कहना है कि अगर कोई अपराधी गिरफ्तारी के बाद हथियार छीनने, गोली चलाने या भागने की कोशिश करेगा, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस ने फरार अपराधियों को सरेंडर करने या गिरफ्तार होने की चेतावनी दी है।
विजय सहनी का आपराधिक रिकॉर्ड
विजय सहनी एक सुपारी किलर है और कई हत्याओं में शामिल रहा है। उसने आलमगंज, बाइपास और मालसलामी थाना क्षेत्रों में 7 लोगों की हत्या की, जिसमें कुख्यात मस्तु वर्मा, मनोज केवट, नवीन कुमार, जितेंद्र, दीपक उर्फ पगला, होटल संचालक संतोष और किशोरी पासवान शामिल हैं। इसके अलावा, वह धनबाद और ओडिशा में हुई बैंक डकैतियों में भी शामिल है, जिसमें ओडिशा में 20 लाख रुपये की लूट का मामला भी दर्ज है।
पिछले तीन महीनों में पुलिस की कार्रवाई
पिछले तीन महीनों में पटना पुलिस ने 9 अपराधियों के पैरों में गोली मारी है। इनमें 17 अगस्त को विजय सहनी, 15 अगस्त को दिव्यांशु उर्फ अंशु, 6 अगस्त को रोशन, 22 जुलाई को बलवंत और रविरंजन, 25 जून को राजा, 12 जून को विवेक कुमार, 11 जून को इशु कुमार और 23 मई को विशाल जैसे कुख्यात अपराधी शामिल हैं। ये सभी पुलिस पर हमला करने या भागने की कोशिश में घायल हुए।
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