Chaibasa : चाईबासा के चक्रधरपुर मंडल के मनोहरपुर स्टेशन के पास बीती देर रात एक दर्दनाक हादसा हो गया। रेलवे ट्रैक मेंटेनर विक्की कुमार की हावड़ा-मुंबई गीतांजलि एक्सप्रेस की चपेट में आने से मौके पर ही मौत हो गई। हादसा किलोमीटर 351/21-33 के बीच ब्रिज संख्या 206 पर हुआ, जब विक्की मानसून पेट्रोलिंग कर रहे थे।
मृतक विक्की कुमार की रेलवे में नियुक्ति इसी साल 26 मार्च 2025 को हुई थी। कुछ ही महीने पहले नौकरी शुरू करने वाले युवा की मौत से रेल विभाग में शोक की लहर है।
यूनियन ने रेल प्रशासन को ठहराया जिम्मेदार
हादसे के बाद ऑल इंडिया रेलवे ट्रैक मेंटेनर यूनियन ने रेलवे प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। यूनियन के राष्ट्रीय संगठन मंत्री प्रवीण कुमार ने कहा कि मानसून पेट्रोलिंग के नाम पर कर्मचारियों से 18-20 दिन लगातार नाइट ड्यूटी कराना अमानवीय है।
उन्होंने बताया कि कर्मचारियों से 12-12 घंटे की शिफ्ट में काम करवाया जाता है और केवल दो दिन के विश्राम के बाद फिर से नाइट ड्यूटी में लगा दिया जाता है। इससे कर्मचारी शारीरिक और मानसिक रूप से थक जाते हैं, और विक्की कुमार की मौत इसी लापरवाही का नतीजा है।
अधिकारी पर लापरवाही का आरोप
यूनियन पदाधिकारियों ने पीडब्ल्यूआई मनोहरपुर विनय कुमार पर भी गैर-जिम्मेदाराना रवैये का आरोप लगाया। घटना के बाद जब उनसे संपर्क करने की कोशिश की गई, तो उन्होंने किसी का फोन नहीं उठाया। यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चांद मोहम्मद ने इसे तानाशाही बताया और विनय कुमार पर तत्काल जांच व अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की है।
सुधार की मांग
यूनियन ने मांग की है कि:
- नए कर्मचारियों को केवल अनुभवी स्टाफ के साथ ही छह दिन की ड्यूटी दी जाए।
- लगातार नाइट शिफ्ट और 12 घंटे की मानसून पेट्रोलिंग पर रोक लगाई जाए।
इसके साथ ही संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोहराई गईं, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी रेल प्रशासन की होगी।
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