Patna : बिहार सरकार ने सरकारी स्कूलों को शिक्षा के साथ-साथ हरियाली और पर्यावरण संरक्षण का केंद्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव (ACS) सिद्धार्थ के निर्देश पर राज्य के 824 सरकारी स्कूलों में मानसून 2025 के दौरान पौधारोपण अभियान शुरू किया गया है। इस पहल का उद्देश्य स्कूल परिसरों को हरा-भरा बनाना और छात्रों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।
हर स्कूल को मिला बागवानी उपकरणों का बजट
इस योजना के तहत स्कूलों में छोटे-बड़े पौधे लगाए जाएंगे। जिन स्कूलों में अधिक जगह उपलब्ध है, वहां जमीन में पौधे रोपे जाएंगे, जबकि कम जगह वाले स्कूलों में गमलों का उपयोग किया जाएगा। जिला शिक्षा कार्यालय ने पहले चरण में 824 स्कूलों की मैपिंग पूरी कर ली है और प्रत्येक स्कूल को बागवानी उपकरण जैसे कुदाल, खुरपी, पाइप और कटीला तार खरीदने के लिए 5,000 रुपये का बजट आवंटित किया गया है।
शिक्षकों और छात्रों को सौंपी गई जिम्मेदारी
इस अभियान में शिक्षकों और छात्रों को पौधों की देखभाल की जिम्मेदारी सौंपी गई है। छात्रों को पौधों की देखभाल के साथ-साथ बागवानी की बारीकियां भी सिखाई जाएंगी। शिक्षक उन्हें पानी देने, मिट्टी प्रबंधन और पौधों की सुरक्षा के तरीके बताएंगे। शिक्षा विभाग का मानना है कि इससे न केवल बच्चों में जिम्मेदारी की भावना विकसित होगी, बल्कि वे प्रकृति के प्रति भी अधिक संवेदनशील बनेंगे।
स्कूलों को बनाया जाएगा पर्यावरण-अनुकूल
यह पहल स्कूल परिसरों की सौंदर्यता बढ़ाने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण और स्थानीय स्तर पर हरियाली को बढ़ावा देगी। शिक्षा विभाग का लक्ष्य इस योजना के जरिए स्कूलों को पर्यावरण-अनुकूल बनाना और छात्रों में पर्यावरण संरक्षण की भावना जागृत करना है। मानसून 2025 के साथ इस योजना का क्रियान्वयन शुरू हो चुका है। बिहार सरकार का यह कदम सरकारी स्कूलों में शिक्षा को सामाजिक और पर्यावरणीय जिम्मेदारी के साथ जोड़ने की दिशा में एक सराहनीय प्रयास माना जा रहा है। इससे न केवल स्कूलों का माहौल हरा-भरा होगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता भी बढ़ेगी।
Also Read : खूंटी में भाजपा नेता बलराम मुंडा को मारी गो’ली, 10-12 की संख्या में आये थे अपराधी