Ranchi: रांची के रिम्स में बिरहोर समुदाय के नवजात बच्चे की मौत के मामले में जांच पूरी हो गई है। जांच रिपोर्ट के अनुसार परिजनों ने रिम्स पर किसी तरह की लापरवाही से इनकार किया है और क्लीन चिट दे दी है। परिजनों का कहना है कि रिम्स में बच्चे का इलाज समय पर शुरू कर दिया गया था लेकिन उसे जमशेदपुर के MGM अस्पताल से रिम्स लाने में देरी हो गई जिससे उसकी जान नहीं बच सकी।
बता दें कि 11 जून को चार दिन के नवजात को एमजीएम अस्पताल से रिम्स रेफर किया गया था।लेकिन रिम्स पहुंचने के बाद उसकी मौत हो गई। इस पर लापरवाही के आरोप लगे थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने जांच के आदेश दिए थे। संयुक्त सचिव ललित मोहन शुक्ला ने रिम्स निदेशक को रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया था।
रिम्स प्रबंधन ने भी इस मामले में गंभीरता दिखाते हुए तीन सदस्यीय जांच टीम बनाई थी। टीम में नियोनेटल विभागाध्यक्ष, सेंट्रल इमरजेंसी प्रमुख और उपाधीक्षक-2 शामिल थे। टीम को सभी पहलुओं की जांच कर एक सप्ताह में रिपोर्ट देने को कहा गया था।
जांच में यह स्पष्ट हुआ कि इलाज में कोई देरी नहीं हुई, लेकिन एमजीएम अस्पताल में समय पर इलाज नहीं मिलने और रेफर प्रक्रिया में देरी के कारण बच्चा नहीं बच पाया।
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