Nawada : बिहार के नवादा जिले के पाण्डेयगंगौट गांव का लाल मनीष कुमार (27 वर्षीय) जम्मू-कश्मीर के करगिल में ड्यूटी के दौरान शहीद हो गया. मनीष ऑपरेशन रक्षक के तहत आतंकियों के खिलाफ चलाए गए अभियान में बेतरह जख्मी हो गए थे. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तौड़ दी. मनीष कुमार भारतीय सेना में वर्ष 2018 में बतौर नर्सिंग असिस्टेंट भर्ती हुए थे और वर्तमान में उनकी पोस्टिंग करगिल के मेडिकल अस्पताल में थी.
शहीद मनीष कुमार का पार्थिव शरीर शुक्रवार यानी 16 मई को पटना लाया जाएगा, जहां से उनके पैतृक गांव भेजा जाएगा. शहीद मनीष की शहादत की खबर मिलते ही नवादा सदर SDO अखिलेश कुमार और SDPO महेश चौधरी उनके गांव पहुंचे और शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया.
तीन महीने पहले हुई थी शादी
मनीष की शादी मात्र तीन महीने पहले, 6 मार्च को धुरिहार गांव की खुशबू देवी से हुई थी. मनीष की शहादत की खबर सुनकर पत्नी और परिवार पूरी तरह टूट चुके हैं. खुशबू को अब तक यकीन नहीं हो रहा कि उनके पति अब इस दुनिया में नहीं हैं. मनीष के पिता अशोक राम एक ड्राइवर हैं और मां सुशीला देवी गृहिणी हैं. मनीष चार भाइयों में तीसरे नंबर पर थे. परिवार के तीन बेटे सेना में कार्यरत हैं, जबकि एक भाई पढ़ाई कर रहा है. मनीष के निधन से न केवल उनका परिवार, बल्कि पूरा गांव गहरे सदमे में है. ग्रामीणों का कहना है कि मनीष बेहद नेकदिल और मिलनसार इंसान थे.
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