Patna : राजधानी पटना के बोरिंग कैनाल रोड पर बीते 24 मई को हुई दिनदहाड़े फायरिंग मामले में बड़ा मोड़ आया है. इस सनसनीखेज वारदात के मुख्य आरोपी पियूष और रोहित ने आखिरकार कानून के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है. दोनों ने एसडीजेएम कोर्ट में पेश होकर खुद को कानून के हवाले कर दिया.
क्या था मामला
यह मामला तब और गंभीर हो गया था जब घटनास्थल से गुजर रहे ADG पंकज दराद ने खुद आरोपियों का पीछा किया था. फायरिंग की यह घटना लोहिया चक पुल पर हुई थी, जहां स्कॉर्पियो सवार बदमाशों ने मोहल्ले की ओर 10 राउंड फायरिंग कर दहशत फैला दी थी. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था, जिसमें साफ देखा गया कि एक अपराधी काले रंग की स्कॉर्पियो से उतरकर खुलेआम गोलीबारी कर रहा है. बताया जा रहा है कि फायरिंग से ठीक पहले आरोपियों का पुल के नीचे कुछ लोगों से झगड़ा हुआ था. घटना के दौरान पुल पर आम नागरिकों की आवाजाही हो रही थी, जिससे किसी बड़ी अनहोनी की आशंका बन गई थी. फायरिंग के दौरान ADG पंकज दराद भी उसी रास्ते से गुजर रहे थे. उन्होंने बिना समय गंवाए अपनी गाड़ी से स्कॉर्पियो का पीछा किया और करीब 1 किलोमीटर तक जीपीओ गोलंबर तक उनका पीछा किया, लेकिन आरोपी भागने में सफल हो गए.
10 पुलिसकर्मियों को किया जा चुका सस्पेंड
पुलिस लगातार आरोपियों की तलाश में जुटी हुई थी और अब आत्मसमर्पण के बाद जांच को नया मोड़ मिल गया है. इस बीच, रविवार को पुलिस ने एक इंस्पेक्टर के बेटे को हिरासत में लेकर पूछताछ की है. संदेह है कि उसका इस गोलीकांड में किसी प्रकार का जुड़ाव हो सकता है. वहीं, मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों पर भी गाज गिरी है. अब तक 10 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया जा चुका है. मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच की जिम्मेदारी सेंट्रल एसपी स्वीटी सहरावत को सौंपी गई है. पुलिस अब इस बात की तह में जाने की कोशिश कर रही है कि आखिर किन कारणों से यह हिंसक टकराव हुआ और इसमें और कौन-कौन शामिल हैं.
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