Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    23 Oct, 2025 ♦ 3:45 PM
    • About Us
    • Contact Us
    • Webmail
    Facebook X (Twitter) Instagram YouTube Telegram WhatsApp
    Johar LIVEJohar LIVE
    • होम
    • देश
    • विदेश
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुड़
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सराइकेला-खरसावां
      • साहेबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • राजनीति
    • बिहार
    • कारोबार
    • खेल
    • सेहत
    • अन्य
      • मनोरंजन
      • शिक्षा
      • धर्म/ज्योतिष
    Johar LIVEJohar LIVE
    Home»झारखंड»सोरेन सरकार के तीन वर्ष: गिनाईं उपलब्धियां और विपक्ष के आरोपों का दिया जवाब
    झारखंड

    सोरेन सरकार के तीन वर्ष: गिनाईं उपलब्धियां और विपक्ष के आरोपों का दिया जवाब

    Team JoharBy Team JoharDecember 28, 2022No Comments2 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link

    रांची. झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार 29 दिसंबर को अपने कार्यकाल का तीन साल पूरा करने जा रही है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी सरकार के 3 वर्ष पूरे होने पर कई उपलब्धियां गिनाईं और विपक्ष के आरोपों का जवाब दिया. उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार ने अपने कार्यकाल में आदिवासियों, दलितों और पिछड़ों के कल्याण के लिए कई काम किए हैं. उन्होंने 1932 के खतियान आधारित स्थानीयता नीति को भी अपनी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक कहा.

    हेमंत सोरेन ने आदिवासी, पिछड़े और दलितों का आरक्षण बढ़ाने और 1932 खतियान आधारित स्थानीयता नीति संबंधी विधेयकों को लेकर विपक्ष के सवालों पर कहा, हेमंत सोरेन पर बाहरी-भीतरी और आदिवासियों की राजनीति करने का आरोप लगता है, लेकिन हमारी राज्य के हर वर्ग के अधिकार और हक को सुरक्षित रखने के लिए मजबूत प्रहरी लगाने की मंशा है. क्या ये आदिवासी राजनीति का नमूना है.

    vidh

    झारखंड हाई कोर्ट में नियोजन नीति रद्द होने के बाद नियुक्ति और नियोजन के रास्ते बंद हुए हैं? इस सवाल पर हेमंत सोरेन ने कहा, कोर्ट ने नियोजन नीति को निरस्त किया है. उसका कानूनी आकलन करेंगे. नौजवानों का भविष्य खराब ना हो, उनकी भी हमें चिंता है. आरक्षित लोग, बिना स्थानीयता नीति या नियोजन नीति के भी सुरक्षित हैं. नियोजन और नियुक्तियों में बाहरी लोग कम-से-कम आएं, इस पर विचार करेंगे.

    Jharkhand news
    Follow on Facebook Follow on X (Twitter) Follow on Instagram Follow on YouTube Follow on WhatsApp Follow on Telegram
    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Previous Articleरांची में एक बार फिर कोरोना की एंट्री, एक शख्स की कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव
    Next Article रूबिका पहाड़ीन हत्याकांड: माता पिता का ब्लड सैंपल लिया गया, होगी DNA जांच

    Related Posts

    झारखंड

    SSP ने एक्टिव की शक्ति कमांडो और बाइक पेट्रोलिंग, चोरी व छेड़खानी पर कसेगी नकेल

    October 23, 2025
    झारखंड

    स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी बोले, जरूरतमंदों की सेवा सबसे बड़ा पुण्य

    October 23, 2025
    झारखंड

    CM और डिप्टी सीएम फेस के ऐलान पर बोले कैलाश यादव- अब साकार होगा नया बिहार का सपना

    October 23, 2025
    Latest Posts

    SSP ने एक्टिव की शक्ति कमांडो और बाइक पेट्रोलिंग, चोरी व छेड़खानी पर कसेगी नकेल

    October 23, 2025

    स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी बोले, जरूरतमंदों की सेवा सबसे बड़ा पुण्य

    October 23, 2025

    CM और डिप्टी सीएम फेस के ऐलान पर बोले कैलाश यादव- अब साकार होगा नया बिहार का सपना

    October 23, 2025

    ऑपरेशन सतर्क : दो तस्करों को RPF ने दबोचा, रांची से बिहार ले जा रहे थे शराब

    October 23, 2025

    धनबाद में डायरिया का प्रकोप, एक बच्चे की मौ’त, 24 लोग प्रभावित

    October 23, 2025

    © 2025 Johar LIVE. Designed by Forever Infotech. | About Us | AdSense Policy | Privacy Policy | Terms and Conditions | Contact Us

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.