Johar Live Desk : पूर्व विदेश मंत्री और भारतीय जनता पार्टी की दिग्गज नेता सुषमा स्वराज सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी ने भावुक कविता के साथ किया मां को यादकी बुधवार को छठी पुण्यतिथि है। इस अवसर पर उनकी बेटी और नई दिल्ली से लोकसभा सांसद बांसुरी स्वराज ने अपनी मां को भावुक अंदाज में याद किया। बांसुरी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर मां की एक तस्वीर साझा की और इसके साथ एक मार्मिक कविता लिखी, जिसमें उनका दर्द और मां के प्रति प्रेम साफ झलकता है।
छह बरस हो गए माँ…
पर आज भी अनायास ही आँखें आपको ढूँढ लेती हैं, भीड़ में, संसद की तस्वीरों में, हर उस मोड़ पर जहाँ आप होतीं तो मुझे थाम लेतीं।छह बरस हो गए माँ…
पर हर उपलब्धि पर दिल सबसे पहले आपकी आँखें तलाशता है, क्योंकि आपकी नज़र से मिली शाबाशी ही मेरी सबसे बड़ी जीत होती थी।… pic.twitter.com/CDHbOq01nr— Bansuri Swaraj (@BansuriSwaraj) August 5, 2025
बांसुरी की भावुक कविता :
“छह बरस हो गए माँ…
पर आज भी अनायास ही आँखें आपको ढूँढ लेती हैं, भीड़ में, संसद की तस्वीरों में, हर उस मोड़ पर जहाँ आप होतीं तो मुझे थाम लेतीं।
छह बरस हो गए माँ…
पर हर उपलब्धि पर दिल सबसे पहले आपकी आँखें तलाशता है, क्योंकि आपकी नज़र से मिली शाबाशी ही मेरी सबसे बड़ी जीत होती थी।
छह बरस हो गए माँ…
लेकिन आप अब भी हर धड़कन में गूंजती हैं, हर संघर्ष में संबल बनकर साथ चलती हैं।
मेरी राह आज भी आपके आशीर्वाद से रोशन है। Miss you, Ma!”
सुषमा स्वराज : एक प्रेरणादायक नेता
सुषमा स्वराज को देश आज भी एक ऐसी नेता के रूप में याद करता है, जिन्होंने विदेश मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल में न केवल भारत का मान बढ़ाया, बल्कि जरूरतमंदों की मदद के लिए भी हमेशा तत्पर रहीं। उनके निधन से कुछ घंटे पहले ही उन्होंने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने पर मोदी सरकार की सराहना की थी। सुषमा स्वराज ने 6 अगस्त, 2019 को 67 वर्ष की आयु में हृदयाघात के कारण अंतिम सांस ली थी।
PM मोदी की भरोसेमंद सहयोगी
2014 में जब नरेंद्र मोदी पहली बार PM बने, तो उन्होंने सुषमा स्वराज को विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी। तीन दशकों से अधिक के राजनीतिक अनुभव के साथ सुषमा ने इस भूमिका को बखूबी निभाया। 2015 से उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत का प्रतिनिधित्व किया और उरी हमले के बाद पाकिस्तान को वैश्विक मंच पर कड़ा जवाब दिया। मध्य प्रदेश के विदिशा से सांसद रहीं सुषमा को पीएम मोदी ने उनकी मृत्यु को व्यक्तिगत क्षति बताया था।
बांसुरी स्वराज ने संभाली मां की विरासत
सुषमा स्वराज की राजनीतिक विरासत को उनकी बेटी बांसुरी स्वराज आगे बढ़ा रही हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव में बांसुरी ने नई दिल्ली सीट से जीत हासिल कर संसद में कदम रखा। आज सुषमा स्वराज की पुण्यतिथि पर देश उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है और उनकी बेटी की कविता ने एक बार फिर उनके प्रति लोगों की स्मृतियों को ताजा कर दिया।
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