Kaimur : बक्सर सांसद और राजद नेता सुधाकर सिंह ने कैमूर जिले के रामगढ़ में अपने पैतृक आवास पर प्रेस वार्ता कर मोहनिया विधानसभा की राजनीति पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि राजद प्रत्याशी श्वेता सुमन का नामांकन गलत तरीके से रद्द किया गया है। उन्होंने इसे लोकतंत्र और संवैधानिक प्रक्रिया की अवहेलना बताया।
‘एसडीओ ने नियम तोड़े’
सुधाकर सिंह ने कहा कि अगर श्वेता सुमन का पांच साल पुराना जाति प्रमाण पत्र गलत था, तो इसकी अपील पटना में संबंधित अधिकारी के सामने होनी चाहिए थी। उन्होंने सवाल उठाया कि जब नामांकन 20 अक्टूबर को दाखिल हुआ, तो 18 अक्टूबर की शिकायत के आधार पर कैसे सुनवाई हुई और नामांकन रद्द कर दिया गया। उन्होंने इसे साजिश करार देते हुए कहा कि मोहनिया के अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) ने कानून का पालन नहीं किया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दबाव में यह फैसला लिया गया।
‘कॉल डिटेल से खुलेगा सच’
सुधाकर सिंह ने निर्वाचन आयोग से एसडीओ की कॉल डिटेल जांचने की मांग की, ताकि सच्चाई सामने आए। उन्होंने कहा कि जाति प्रमाण पत्र रद्द करने का अधिकार अंचल अधिकारी को नहीं, बल्कि अतिरिक्त सचिव स्तर के अधिकारी को होता है। नियमों के अनुसार, रद्द करने से पहले नोटिस और जवाब का मौका देना जरूरी था, लेकिन इस मामले में पूरी प्रक्रिया की अनदेखी की गई।

हाईकोर्ट में दी दस्तक, रवि पासवान को समर्थन
सुधाकर सिंह ने बताया कि राजद ने इस मामले में पटना हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। साथ ही, उन्होंने ऐलान किया कि मोहनिया विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी रवि पासवान को राजद का समर्थन प्राप्त है। इस समर्थन को स्वयं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने दिया है।
‘राजद समर्थित उम्मीदवार जीतेगा’
सुधाकर सिंह ने दावा किया कि राजद समर्थित उम्मीदवार स्पष्ट बहुमत से मोहनिया सीट जीतेगा। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में गलत एफिडेविट का मामला कोर्ट में जाना चाहिए, न कि राजनीतिक दबाव से फैसले होने चाहिए। उन्होंने इस कार्रवाई को नीतीश कुमार और अमित शाह के इशारे पर लिया गया फैसला बताया।
Also Read : SAAF Athletics 2025 को लकेर रांची में बदल गई ट्रैफिक व्यवस्था… जानें