Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    12 Jul, 2025 ♦ 3:10 PM
    • About Us
    • Contact Us
    • Webmail
    Facebook X (Twitter) Instagram YouTube Telegram WhatsApp
    Johar LIVEJohar LIVE
    • होम
    • देश
    • विदेश
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुड़
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सराइकेला-खरसावां
      • साहेबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • राजनीति
    • बिहार
    • कारोबार
    • खेल
    • सेहत
    • अन्य
      • मनोरंजन
      • शिक्षा
      • धर्म/ज्योतिष
    Johar LIVEJohar LIVE
    Home»झारखंड»रांची : निर्मला बहन ने कहा, विकार अथवा दिव्य गुणों में कमी आत्मा की योग स्थिति अथवा योग-निष्ठा में बाधक
    झारखंड

    रांची : निर्मला बहन ने कहा, विकार अथवा दिव्य गुणों में कमी आत्मा की योग स्थिति अथवा योग-निष्ठा में बाधक

    Team JoharBy Team JoharNovember 10, 2019No Comments2 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link

    JoharLive Team

    रांची । ब्रह्माकुमारी संस्थान की संचालिका निर्मला बहन ने कहा कि विकार अथवा दिव्य गुणों में कमी ही आत्मा की योग स्थिति अथवा योग-निष्ठा में बाधक होते हैं। योगी अपने ह्रदय रूपी आसन पर अपने प्राणों के पति परमात्मा को विराजमान करता है तथा श्वास-प्रश्वास में उस प्रियतम प्रभु की याद में तल्लीन रहता है।

    निर्मला बहन रविवार की हरमू में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रही थी। उन्होंने कहा कि साधारण एवं निकृष्ट अभीष्ट के लिए स्वार्थ के लिए भीड़ एकत्र कर लेना कठिन नहीं है लेकिन जहां त्याग, संयम, आत्म परिशोधन, परमात्म अनुभूति व स्वपरिवर्तन का अभीष्ट सामने आता है तब भीड़ तितर-बितर हो जाती है। आज विश्व परिवर्तन के संक्रमण काल से गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि शांति-कर्ताओं के प्रयासों के बीच महाविनाश के नगाड़े भी बज रहे हैं। ऐसे समय में शालीनता के साथ सम्पूर्ण बह्मचर्य, मन्नशुद्धि, नियमित संतसंग आध्यात्मिक चिंतन मनन द्वारा विचार मंथन कर श्रेष्ट जीवन निर्माण का जीवन्त उदाहरण प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय का ईश्वरीय प्रतिष्ठान ही है। किसी भी मत के अनुयायिओं की संख्या बढ़ जाना ही उसका उत्थान नहीं कहलाता, बल्कि देखने वाली बात यह है कि उनमें सैद्धांतिक परिपक्वता कितनी आयी है व साधना त्याग व पवित्रता कितनी बढ़ी है। उन्होंने कहा कि सर्व समस्याओं का हल पवित्रता है। ब्रह्मचर्य एक प्रबल अस्त्र है। इस ममोहा दिव्यास्त्र से समस्त आसुरीयता को समाप्त किया जा सकता है।

    #Online news jharkhand Latest news
    Follow on Facebook Follow on X (Twitter) Follow on Instagram Follow on YouTube Follow on WhatsApp Follow on Telegram
    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Previous Articleपुलिस का महाअभियान शुरु, नक्सल प्रभावित इलाके में भेजे गये 71 कंपनी केंद्रीय अर्धसैनिक बल, कोल्हान व पलामू रेंज में नक्सलियों की गतिविधि पर विशेष नजर
    Next Article लातेहार : अपराधियों ने पत्थर से कूच कर वृद्ध की हत्या

    Related Posts

    झारखंड

    रेलवे की लापरवाही पर उपभोक्ता आयोग का बड़ा फैसला, कर्नल आनंद को मिलेगा 60 हजार मुआवजा

    July 12, 2025
    झारखंड

    रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा गया राजस्व कर्मचारी

    July 12, 2025
    गिरिडीह

    राज्य सरकार के फैसले के खिलाफ आरके महिला कॉलेज की छात्राओं ने किया प्रदर्शन

    July 12, 2025
    Latest Posts

    रेलवे की लापरवाही पर उपभोक्ता आयोग का बड़ा फैसला, कर्नल आनंद को मिलेगा 60 हजार मुआवजा

    July 12, 2025

    रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा गया राजस्व कर्मचारी

    July 12, 2025

    ACS एस.सिद्धार्थ ने पुरुष शिक्षकों के स्थानांतरण पर स्थिति स्पष्ट की, कहा- कोई पैनिक की जरूरत नहीं

    July 12, 2025

    राज्य सरकार के फैसले के खिलाफ आरके महिला कॉलेज की छात्राओं ने किया प्रदर्शन

    July 12, 2025

    सिमडेगा SP की सराहनीय पहल,  पुलिसकर्मियों का मनोबल बढ़ाने के लिए किया यह काम

    July 12, 2025

    © 2025 Johar LIVE. Designed by Forever Infotech.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.