मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का जन्मदिन काला दिवस के रूप में मनाने की तैयारी, पुलिस अलर्ट मोड में

रांचीः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के जन्म दिवस के अवसर पर कुछ युवा संगठनों के द्वारा काला दिवस मनाने की योजना बनाई गई है. मामले की जानकारी मिलने के बाद रांची पुलिस अलर्ट हो गई है. युवाओं के मोरहाबादी मैदान में जुटने की सूचना है, इस वजह से पूरे मोरहाबादी मैदान को किले में तब्दील कर दिया गया. इस संबंध में रांची के सीनियर एसपी ने स्पेशल ब्रांच एडीजी को एक रिपोर्ट भेजी थी, जिसमें इस योजना से संबंधित पूरी जानकारी दी गई है.

सीएम आवास, मोरहाबादी मैदान की सुरक्षा बढ़ाई गई

छात्रों के प्रदर्शन को लेकर रांची पुलिस कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है. यही वजह है कि रातों रात पूरे मोरहाबादी मैदान को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है. दमकल के वाहनों के साथ-साथ बज्र वाहन भी मोरहाबादी मैदान में तैनात कर दिए गए हैं. रांची पुलिस लाइन से 200 से अधिक जवान मोरहाबादी मैदान और सीएम आवास के आसपास तैनात किए गए हैं. पूरे मोरहाबादी मैदान को बेरिकेडिंग कर घेर दिया गया है. लालपुर, कोतवाली और गोंदा थाना प्रभारी सुबह से नियमित गस्त पर हैं.

छात्रों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए मोरहाबादी मैदान में पिछले 4 दिनों से चल रहे परेड रिहर्सल को भी आज कैंसिल कर दिया गया है. 15 अगस्त की तैयारियों को लेकर मोरहाबादी मैदान में पिछले 4 दिनों से परेड रिहर्सल किया जा रहा था.

पूरे मामले को लेकर पुलिस अलर्ट मोड में आ गई है. वैसे संगठन जो हेमंत सोरेन के जन्मदिन के अवसर पर विरोध पर्दशन करने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. उन्हें उनके ही जिले में रोकने की तैयारी की जा रही है, ताकि मुख्यमंत्री के खिलाफ कोई भी विरोध प्रदर्शन ना हो सके. इसके लिए विशेष तैयारियां की जा रही हैं.

मामला

मिली जानकारी के अनुसार झारखंड के कुछ युवा संगठनों के द्वारा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के जन्म दिवस के अवसर पर यानी आज विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई गई है. झारखंड यूथ पावर के बैनर तले यह कार्यक्रम होना है. इस कार्यक्रम में 4000 से 5000 लोगों के रांची के मोरहाबादी मैदान में एकत्रित होने की सूचना है. रिपोर्ट के अनुसार छठी जेपीएससी के छात्र नेता, पंचायत अभ्यर्थी, कुछ छात्र नेता, जेपीएससी अभ्यर्थी के कुछ नेता , जैप अभ्यर्थी समेत अन्य संगठनों के नेता भी विरोध कार्यक्रम में शामिल होंगे. मिली जानकारी के अनुसार युवा संगठन स्थानीय नीति लागू करने, 5 लाख युवाओं को नौकरी के साथ-साथ बेरोजगारी भत्ता समेत अन्य मांगों को लेकर पर्दशन करने वाले हैं.