झारखंड में राज्यसभा की दो सीट में होने वाले चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी, 10 जून को वोटिंग

रांचीः  राज्यसभा की दो सीटों के लिए 10 जून को होने वाले चुनाव के लिए मंगलवार को अधिसूचना जारी कर दी गयी है. अधिसूचना जारी होते ही नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है जो 31 मई तक चलेगी. झारखंड विधानसभा स्थित सचिव कक्ष में नामांकन पत्र दाखिल किए जा सकेंगे. झारखंड में राज्यसभा सीट से दो सांसद महेश पोद्दार और मुख्तार अब्बास नकवी का कार्यकाल 7 जुलाई 2022 को खत्म हो रहा है. इन्हीं दोनों सीट के लिए आगामी 10 जून को चुनाव होना है. इसके लिए झारखंड विधानसभा में निर्वाचन की तैयारी की गयी है.

31 मई को नॉमिनेशन समाप्त होने के बाद 1 जून को नामांकन पत्रों की जांच होगी. वहीं 3 जून तक प्रत्याशी अपना नाम वापस ले सकेंगे. 10 जून को सुबह 9:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक वोटिंग की प्रक्रिया चलेगी. इसी दिन शाम 5 बजे से मतों की गिनती शुरू होगी. भारत निर्वाचन आयोग ने राज्यसभा चुनाव की पूरी प्रक्रिया 13 जून से पहले पूरी कर लेने का फैसला किया है. राज्यसभा चुनाव में नामांकन दाखिल करने के लिए नामांकन पत्र का मूल्य सामान्य कोटि के लिए दस हजार रुपया है. जबकि एससी, एसटी वर्ग के प्रत्याशियों के लिए नामांकन पत्र का मूल्य पांच हजार रुपया रखा गया है. निर्वाची पदाधिकारी सैयद जावेद हैदर ने अधिसूचना जारी करते हुए कहा कि नामांकन अधिकतम चार सेटों में जमा होगा और नामांकन के दौरान अधिकतम पांच लोग उपस्थित रहेंगे.

निर्वाची पदाधिकारी ने कहा कि एक प्रत्याशी के साथ अधिकतम 10 प्रस्तावक हो सकते हैं. राज्यसभा का चुनाव एकल संक्रमणीय मत द्वारा अनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के अनुसार किया जाता है. जिसके तहत निर्वाचित विधायक मत देकर भागीदारी निभाते हैं. अगर आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो बंधु तिर्की की सदस्यता समाप्त होने के बाद झारखंड विधानसभा में वर्तमान में 80 विधायक हैं. जिसमें झामुमो के सदस्यों की संख्या सर्वाधिक 30 है, वहीं मुख्य विपक्षी दल भाजपा की 25, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की 16, आजसू के दो, भाकपा माले की एक, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की एक, राष्ट्रीय जनता दल की एक और दो निर्दलीय विधायक शामिल हैं.

झाविमो के 3 विधायकों में एक बाबूलाल मरांडी भाजपा विधायक दल के नेता हैं और उन्हें पिछले चुनाव में भाजपा के सदस्य के रूप में वोट डालने की अनुमति चुनाव आयोग ने दी थी. प्रदीप यादव वर्तमान में कांग्रेस के साथ हैं मगर विधानसभा में उन्हें मान्यता नहीं मिली है. वहीं बंधु तिर्की की सदस्यता न्यायालय आदेश के तहत समाप्त हो चुकी है. ऐसे में सत्ताधारी दल की नजर जहां दोनों सीटों पर है, वहीं भाजपा एक सीट को सुरक्षित मान रही है. झामुमो विधायक मथुरा महतो ने जीत का दावा करते हुए कहा कि जल्द ही झामुमो विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें राज्यसभा चुनाव की रणनीति बनेगी. उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले बीजेपी भले ही लाख दावा कर ले मगर सब फेल हो जाएगा.