Bhagalpur : पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा है कि पटना के गांधी मैदान में आयोजित सनातन महाकुंभ एक धार्मिक कार्यक्रम था, न कि राजनीतिक मंच। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के लिए उन्होंने विपक्ष और सत्ताधारी दोनों दलों के नेताओं को बुलाया था, लेकिन विपक्ष के नेता और उनके परिवार के लोग शामिल नहीं हुए।
अश्विनी चौबे ने कहा कि सनातन महाकुंभ के आयोजन से पहले गांधी मैदान में वफ्फ बिल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ था, जिसमें कुछ गौ हत्या करने वाले भी थे। उन्होंने बताया कि महाकुंभ के जरिए गांधी मैदान को शुद्ध किया गया है।
उन्होंने एनडीए का चेहरा नीतीश कुमार को बताया और कहा कि पार्टी ने यह फैसला किया है। उन्होंने तेजस्वी यादव पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वे भ्रष्ट और दुष्कर्म के आरोपी हैं। चौबे ने कहा कि तेजस्वी यादव और उनका परिवार भ्रष्टाचार के उदाहरण हैं।
अश्विनी चौबे ने यह भी कहा कि तेजस्वी रोजगार का वादा करते हैं, लेकिन उनकी सरकार में रेलवे में जमीन हड़पने जैसी घटनाएं हुई हैं। उन्होंने तेजस्वी पर ED छापों को नजरअंदाज करने और मामूली दिखावे का आरोप लगाया।
चौबे ने जोर देकर कहा कि एनडीए एकजुट है और यह “ठगबंधन” की सरकार नहीं बनने देगा। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव का परिवार बिहार का विकास नहीं कर सकता।
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