Johar Live Desk : नवरात्रि का त्योहार पूरे देश में श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। नौ दिनों तक भक्त देवी दुर्गा की पूजा और व्रत करते हैं। यह व्रत न केवल धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि यह तन की शुद्धि और मन की शांति के लिए भी महत्वपूर्ण है। लेकिन व्रत के दौरान क्या खाएं, क्या पिएं और किन चीजों से बचें, इसे लेकर कई लोग असमंजस में रहते हैं। खासकर चाय और कॉफी के सेवन को लेकर सवाल उठते हैं। आइए जानते हैं कि क्या व्रत में चाय-कॉफी पीना सही है और इसके स्वास्थ्य प्रभाव क्या हैं।
व्रत में चाय-कॉफी : धार्मिक और स्वास्थ्य दृष्टिकोण
नवरात्रि व्रत में खान-पान को लेकर अलग-अलग परंपराएं हैं। कुछ लोग केवल फलाहार, दूध और हल्का भोजन लेते हैं, जबकि कुछ चाय या कॉफी पीते हैं। धार्मिक दृष्टि से दूध वाली हल्की चाय या कॉफी पीने से व्रत नहीं टूटता, लेकिन यह परिवार और क्षेत्रीय परंपराओं पर निर्भर करता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि व्रत के दौरान ज्यादा चाय या कॉफी पीना ठीक नहीं है। खाली पेट कैफीन युक्त पेय पदार्थों से गैस, सीने में जलन और एसिडिटी हो सकती है। कॉफी में उच्च एसिडिटी के कारण यह समस्या और बढ़ सकती है। ज्यादा चीनी और दूध वाली चाय भी पाचन समस्याएं पैदा कर सकती है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि चाय-कॉफी एक कप तक सीमित रखें और कम चीनी का उपयोग करें।

सेहतमंद विकल्प
व्रत के दौरान नारियल पानी, नींबू पानी, दूध या फलों का रस बेहतर विकल्प हैं। ये शरीर को हाइड्रेट रखते हैं, तुरंत ऊर्जा देते हैं और एसिडिटी या सूजन से बचाते हैं।
नवरात्रि व्रत के नियम
- सत्य और शांति : व्रत के दौरान झूठ न बोलें, मन शांत रखें और इष्ट देव पर ध्यान केंद्रित करें।
- ब्रह्मचर्य और भावनाएं : ब्रह्मचर्य का पालन करें, क्षमा, दया और उदारता अपनाएं, नकारात्मक भावनाओं से दूर रहें।
- कन्या पूजन : सप्तमी, अष्टमी या नवमी को व्रत तोड़ते समय नौ कन्याओं को भोजन कराएं।
- पूजा विधि : सुबह-शाम देवी की विधिवत पूजा करें, दीपक जलाएं और फिर भोजन करें।
- दुर्गा के नौ रूप : नौ दिनों तक देवी के नौ रूपों की पूजा और आरती करें।
- भोजन नियम : एक समय भोजन करने वाले सेंधा नमक का उपयोग करें। कुछ लोग केवल फल, जल या तुलसी के साथ गंगाजल लेते हैं।
- दुर्गा सप्तशती पाठ : रोज एक अध्याय का पाठ करें और देवी को उनका प्रिय भोग अर्पित करें।
नवरात्रि का व्रत आध्यात्मिक और शारीरिक शुद्धि का समय है। चाय-कॉफी सीमित मात्रा में लेना ठीक है, लेकिन स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक पेय बेहतर हैं। परंपराओं और स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए व्रत को श्रद्धा के साथ पूरा करें।
Disclaimer : यह जानकारी सामान्य ज्ञान और मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर दी गई है।
Also Read : त्योहारी सीजन में रेल यात्रियों को मिलेगी राहत, इस जोन में चलेंगी 52 फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनें