Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    24 Aug, 2025 ♦ 8:33 PM
    • About Us
    • Contact Us
    • Webmail
    Facebook X (Twitter) Instagram YouTube Telegram WhatsApp
    Johar LIVEJohar LIVE
    • होम
    • देश
    • विदेश
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुड़
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सराइकेला-खरसावां
      • साहेबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • राजनीति
    • बिहार
    • कारोबार
    • खेल
    • सेहत
    • अन्य
      • मनोरंजन
      • शिक्षा
      • धर्म/ज्योतिष
    Johar LIVEJohar LIVE
    Home»fact»इंटरमिटेंट फास्टिंग से दिल की बीमारी का खतरा दोगुना, नई स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा
    fact

    इंटरमिटेंट फास्टिंग से दिल की बीमारी का खतरा दोगुना, नई स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा

    Kajal KumariBy Kajal KumariAugust 24, 2025No Comments3 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link
    इंटरमिटेंट
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link

    Johar Live Desk : फिटनेस और वजन घटाने के लिए लोकप्रिय इंटरमिटेंट फास्टिंग को लेकर एक नई स्टडी ने चौंकाने वाले नतीजे सामने रखे हैं। जर्नल Diabetes and Metabolic Syndrome में प्रकाशित इस रिसर्च के अनुसार, जो लोग रोजाना 8 घंटे से कम समय तक खाना खाते हैं, उनमें दिल की बीमारी से मौत का खतरा 135% तक बढ़ सकता है। यानी 16 घंटे के उपवास (16:8 पैटर्न) को लंबे समय तक अपनाने वाले लोगों में हार्ट अटैक या स्ट्रोक जैसी समस्याओं से मृत्यु की संभावना दोगुनी हो सकती है।

    क्या है इंटरमिटेंट फास्टिंग :

    इंटरमिटेंट फास्टिंग एक ऐसी डाइट है, जिसमें दिन का एक हिस्सा खाने के लिए और बाकी समय उपवास के लिए तय किया जाता है। सबसे ज्यादा प्रचलित 16:8 पैटर्न में लोग 16 घंटे उपवास करते हैं और 8 घंटे के समय में भोजन करते हैं। कुछ लोग 12 घंटे खाने और 12 घंटे उपवास या 10 घंटे की खाने की अवधि चुनते हैं।

    स्टडी में क्या मिला :

    यह अध्ययन अमेरिका के US National Health and Nutrition Examination Survey के 19,000 वयस्कों के डेटा पर आधारित है। शोध में पाया गया कि 8 घंटे से कम खाने की अवधि वाले लोगों में दिल और धमनियों से जुड़ी बीमारियों से मृत्यु का जोखिम ज्यादा है। यह खतरा नस्ल, आर्थिक स्थिति या जीवनशैली के आधार पर सभी समूहों में एकसमान देखा गया। हालांकि, कैंसर या अन्य कारणों से मृत्यु पर इसका कोई खास प्रभाव नहीं पाया गया।

    इंटरमिटेंट

    फायदे और नुकसान

    पिछले शोधों में इंटरमिटेंट फास्टिंग के कई फायदे बताए गए हैं, जैसे:

    • वजन में कमी
    • ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल में सुधार
    • कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण
    • शरीर में सूजन कम होना

    लेकिन लंबे समय तक इसे अपनाने से कुछ समस्याएं भी हो सकती हैं, जैसे :

    • पोषक तत्वों की कमी
    • चिड़चिड़ापन और सिरदर्द
    • अत्यधिक भूख और थकान
    • डाइट को लंबे समय तक न निभा पाना

    शोधकर्ताओं की चेतावनी

    स्टडी के प्रमुख लेखक विक्टर वेन्जे झोंग ने चेतावनी दी है कि इंटरमिटेंट फास्टिंग के लंबे समय तक प्रभावों पर अभी पर्याप्त शोध नहीं हैं। उन्होंने सलाह दी है कि लोग बिना पूरी जानकारी के 16 घंटे के उपवास को सालों तक न अपनाएं, क्योंकि यह दिल की सेहत और लंबी उम्र के लिए जोखिम भरा हो सकता है।

    Disclaimer : विशेषज्ञों का कहना है कि कोई भी डाइट शुरू करने से पहले डॉक्टर या डायटीशियन से सलाह लेना जरूरी है। इंटरमिटेंट फास्टिंग के फायदे हो सकते हैं, लेकिन इसे सावधानी और संतुलन के साथ अपनाना चाहिए।

    Also Read : गणेश चतुर्थी 2025 : 10 दिनों तक धूमधाम से मनाया जाएगा विघ्नहर्ता का उत्सव, जानें इसकी कथा और महत्व

    Health News Intermittent fasting Intermittent fasting doubles the risk of heart disease shocking revelations made in a new study on intermittent fasting इंटरमिटेंट फास्टिंग इंटरमिटेंट फास्टिंग के नई स्टडी में किये गये चौंकाने वाला खुलासा इंटरमिटेंट फास्टिंग से दिल की बीमारी का खतरा दोगुना हेल्थ न्यूज
    Follow on Facebook Follow on X (Twitter) Follow on Instagram Follow on YouTube Follow on WhatsApp Follow on Telegram
    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Previous Articleगणेश चतुर्थी 2025 : 10 दिनों तक धूमधाम से मनाया जाएगा विघ्नहर्ता का उत्सव, जानें इसकी कथा और महत्व
    Next Article आदिवासी अस्मिता की लड़ाई में उतरे JLKM के देवेंद्रनाथ महतो, आंदोलन को दिया समर्थन

    Related Posts

    Facts

    बदलते मौसम में अदरक कैंडी बनी रामबाण, खांसी-जुकाम से लेकर पाचन तक सबका इलाज

    August 24, 2025
    fact

    पाचन के लिए क्या है बेहतर– दही या छाछ? जानिए कौन है आपकी गट हेल्थ का असली दोस्त

    August 24, 2025
    Facts

    सेहत का खजाना है किशमिश, रोजाना खाने से मिलते हैं कई फायदे… जानें

    August 22, 2025
    Latest Posts

    गांव के लड़कों का ठनका माथा और मवेशी तस्करी का हो गया भंडाफोड़, चार तस्कर गिरफ्तार

    August 24, 2025

    चतरा में ऑटो-बाइक की टक्कर, चार लोग गंभीर रूप से घायल

    August 24, 2025

    सांसद रविशंकर प्रसाद का कांग्रेस-राजद पर हमला, राहुल-तेजस्वी पर लगाया झूठ फैलाने का आरोप

    August 24, 2025

    धनबाद में कोयला निकालते समय चाल धंसा, एक युवक की मौ’त, लड़की घायल

    August 24, 2025

    आदिवासी अस्मिता की लड़ाई में उतरे JLKM के देवेंद्रनाथ महतो, आंदोलन को दिया समर्थन

    August 24, 2025

    © 2025 Johar LIVE. Designed by Forever Infotech. | About Us | AdSense Policy | Privacy Policy | Terms and Conditions | Contact Us

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.