Joharlive Desk
नई दिल्ली। भारत, मालदीव और मेजबान श्रीलंका के बीच समुद्री और सुरक्षा सहयोग को लेकर शनिवार को कोलंबो में त्रिपक्षीय बैठक हुई। यहां भारत का प्रतिनिधित्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल कर रहे हैं। इसके अलावा श्रीलंका के रक्षा मंत्रालय के सचिव मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) कमल गुणारत्ने और मालदीव की रक्षा मंत्री मारिया दीदी भी एनएसए-स्तरीय इस बैठक के चौथे संस्करण में भाग ले रहे हैं। बैठक हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में समुद्री सुरक्षा में सहयोग से संबंधित मुद्दों पर चर्चा का अवसर प्रदान करेगी और यह हिंद महासागर देशों के बीच सहयोग के लिए एक प्रभावी मंच के रूप में भी महत्वपूर्ण है।
इससे पहले की बैठकें मालदीव (2011), श्रीलंका (2013) और भारत (2014) में हुई थीं। मॉरीशस और सेशेल्स ने तीसरी बैठक में अतिथि देशों के रूप में भाग लिया। यह पहली बार है कि बैठक एनएसए स्तर पर आयोजित की जा रही है।
त्रिपक्षीय बैठक के मौके पर, भारत के एनएसए अन्य उच्च स्तरीय द्विपक्षीय वार्ता भी कर सकते हैं। शुक्रवार को कोलंबो पहुंचे डोभाल का श्रीलंकाई सेना के कार्यवाहक चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल शैवेंद्र सिल्वा ने जोरदार स्वागत किया। इसके अलावा डोभाल ने श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे से एक बैठक के दौरान मुलाकात की, जिसे श्रीलंका के नेता ने, “क्षेत्रीय सहयोग को मजबूत करने वाला” एक और अभ्यास बताया।
डोभाल ने श्रीलंका के रक्षा सचिव मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) कमल गुणारत्ने के साथ अलग से भी बैठक की। कोलंबो में भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, “एनएसए अजीत डोभाल ने श्रीलंका के रक्षा सचिव मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) कमल गुणारत्ने से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच बढ़ती रक्षा और सुरक्षा साझेदारी से संबंधित मामलों पर चर्चा की। दोनों गणमान्य लोगों ने दो देशों के बीच मूल्यवान सहयोग को और मजबूत करने के लिए कई कदमों पर सहमति व्यक्त की, जो इस क्षेत्र में शांति और सुरक्षा में योगदान करते हैं।”
श्रीलंका के रक्षा सचिव के अलावा, डोभाल ने मालदीव की रक्षा मंत्री मारिया दीदी के साथ भी एक बैठक की और रक्षा एवं सुरक्षा मामलों में भारत और मालदीव के बीच द्विपक्षीय साझेदारी को गहरा बनाने पर एक विस्तृत चर्चा की।
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