Johar live desk: मथुरा के जमुनापार क्षेत्र में एक अजीब मामला देखने को मिला है। दरअसल यहां एक मुस्लिम परिवार के 8 सदस्यों ने गुरुवार को वृंदावन के एक आश्रम में वैदिक रीति-रिवाजों के साथ आयोजित धार्मिक समारोह में हिंदू धर्म अपना लिया। इस दौरान परिवार के सदस्यों ने अपना नाम भी बदला और कहा कि यह उनका निजी और स्वतंत्र फैसला है और उनके पैतृक धर्म पर यह आधारित है।
परिवार के मुखिया जाकिर ने अपना नाम बदलकर जगदीश कर लिया। जानकारी के मुताबिक, वह वृंदावन जिले के शेरगढ़ जिले के रहने वाले हैं। हालांकि वह ससुराल में रहकर गांव में ही दुकान चलाते हैं।
मुस्लिम परिवार ने बदला अपना धर्म
मीडिया से बात करते हुए जगदीश ने कहा, “मुगल काल तक हमारे पूर्वज हिंदू थे। उन्होंने दबाव में आकर इस्लाम धर्म अपना लिया। लेकिन मन, वचन व कर्म से मैं देवी काली की पूजा करता रहा हूं। गांव वाले आज भी मुझे ‘भगत जी’ कहते हैं।” उन्होंने कहा कि मूल रूप से गुर्जर समुदाय से ताल्लुक रखने वाला परिवार पिछले तीन सालों से अपनी जड़ों की ओर लौटने पर विचार कर रहा था। उन्होंने कहा, “हमने हिंदू धर्म में पूरी आस्था रखते हुए, बिना किसी दबाव या प्रलोभन के यह कदम उठाया।” बता दें कि उन्होंने वृंदावन के श्री जी वाटिका कॉलोनी में भागवत धाम आश्रम में हिंदू युवा वाहिनी ने धर्म परिवर्तन कराया।
क्या बोले हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता
बता दें कि 8 परिवार में जगदीश की पत्नी, बेटी, बहुओं और पोते-पोतियों समेत परिवार ने एक घंटे तक चले हवन यज्ञ में भाग लिया। इस दौरान जाकिर ने अपना नाम बदलकर जगदीश रख दिया। जबकी उनकी पत्नी गुड्डी का नाम गुड़िया, बड़े बेटे अनवर का नाम सुमित, छोटे बेटे रनवर का नाम रामेश्वर, बहू सबीरा का नाम सावित्री और पोते-पोतियों सबीर, जोया व नेहा का नाम क्रमशः शत्रुघ्न, सरस्वती और स्नेहा रखा गया। बता दें कि इस कार्यक्रम का आयोजन हिंदु युवा वाहिनी द्वारा किया गया था। इस दौरान हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता शरद सैनी ने कहा कि परिवार ने गंगा जल से शुद्धिकरण किया और समारोह से पहले भगवा पटका पहनाया। उन्होंने कहा कि यह कदम उन्होंने अपनी स्वेच्छा से उठाया है।