Johar live desk: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जहां एक महिला ने अपने पति द्वारा फोन पर तीन तलाक दिए जाने के बाद आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि महिला को लंबे समय से दहेज को लेकर उसके ससुराल वाले प्रताड़ित कर रहे थे। इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में एक पुलिस उपनिरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है।
पुलिस के मुताबिक, महिला का नाम सानिया था और उसने सोमवार शाम को पति सलाउद्दीन की कॉल के बाद आत्मघाती कदम उठाया। सलाउद्दीन, जो वर्तमान में महाराष्ट्र में रह रहा है, ने फोन पर न केवल सानिया को तलाक दिया, बल्कि कथित तौर पर अभद्र भाषा का भी इस्तेमाल किया।
इस घटना के बाद ससुराल पक्ष के आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जानकारी के अनुसार, सानिया 26 अप्रैल को अपने मायके गोरखपुर वापस आई थी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गौरव ग्रोवर ने बताया कि सानिया की मां,आसिया ने चौरी चौरा थाने में दहेज उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी। लेकिन वहां तैनात उपनिरीक्षक जय प्रकाश सिंह ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया और कोई कार्रवाई नहीं की। जांच में यह सामने आया कि सानिया थाने पहुंची थी, मगर उसकी शिकायत दर्ज नहीं की गई। इस लापरवाही के कारण एसएसपी ने संबंधित अधिकारी को सस्पेंड कर विभागीय जांच शुरू कर दी है।
सानिया के पति सलाउद्दीन, सास सायरा, ननदें आसिया, खुशबू, रोजी और दो रिश्तेदार—जिया-उल-औद्दीन व बलाउद्दीन—सहित कुल आठ लोगों पर मामला दर्ज किया गया है।
शिकायत के अनुसार, सानिया की शादी 7 अगस्त 2023 को सलाउद्दीन से हुई थी। विवाह के समय दहेज की मांगों को पूरा किया गया था, लेकिन इसके बावजूद उसे बार-बार प्रताड़ित किया गया। कुछ समय के लिए सलाउद्दीन ने उसे अलग रखने की व्यवस्था की, मगर बाद में उसे छोड़ दिया गया। मायके लौटने के बाद सानिया अपनी छोटी बहन के मोबाइल से पति से बात करती थी। मानसिक रूप से परेशान सानिया ने जब फोन पर तलाक सुना, तो वह यह सदमा बर्दाश्त नहीं कर सकी और जान दे दी। पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।