Ranchi : रांची के चान्हो थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। उत्तर प्रदेश के वाराणसी निवासी रामबली यादव की गुमशुदगी की गुत्थी आखिरकार हत्या में बदल गई। उनके बेटे राहुल यादव ने जब पिता से महीनों तक संपर्क न होने की शिकायत की, तो पुलिस ने जांच शुरू की। राहुल यादव ने पुलिस को बताया कि उनकी सौतेली मां चम्पा देवी उर्फ चम्पा उरांव ने फोन पर कहा था कि वह और रामबली यादव काम करने केलिए केरल जा रहे हैं। वहां पुराना नंबर काम नहीं करेगा। नया नंबर लेकर दूंगी तक कॉल करना। इस बीच अपने पापा को फोन करने की केशिश भी मत करना। लेकिन जब राहुल गांव पहुंचे, तो चम्पा का घर बंद मिला। संदेह बढ़ने पर उन्होंने बीते सात अक्टूबर को थाने में एफआईआर दर्ज कराई।
जमीन बेचने के पैसों पर विवाद से रचा गया मर्डर प्लान
जांच के दौरान पुलिस को चम्पा देवी की गतिविधि संदिग्ध लगी। इसके बाद पुलिस ने चम्पा देवी और उसके एक भतीजे विष्णु उरांव को उठा लिया। हिरासत में पूछताछ करने पर चम्पा और उसके रिश्तेदार विष्णु उरांव ने सनसनीखेज खुलासा किया। दोनों ने बताया कि रामबली यादव ने जमीन बेचकर मिले पैसे पत्नी को नहीं दिए, बल्कि अपनी पहली पत्नी और उसके घरवालों को भेज दिए। इसी विवाद में चम्पा ने अपने साथियों के साथ गोली मारकर हत्या कर दी।
कुएं में फेंका शव, जेसीबी से डलवा दिया मिट्टी
हत्या के बाद शव को चम्पा देवी के खेत में बने कुएं में फेंक दिया गया और साक्ष्य मिटाने के लिए जेसीबी से कुएं को भरवा दिया गया।
पुलिस ने चम्पा देवी की निशानदेही पर शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स, रांची भेजा।

48 घंटे में केस सुलझा, छह पुलिस के शिकंजे में
पुलिस ने तेजी दिखाते हुए 48 घंटे में कुल 6 अभियुक्तों को धर दबोचा है। पुलिस ने चम्पा देवी उर्फ चम्पा उरांव, विष्णु उरांव, विकास उरांव और आशिष कुमार को गिरफ्तार किया है। वहीं, दो नाबालिग लड़कों को डिटेन किया गया है। पुलिस ने मौके से एक देशी पिस्तौल, तीन जिंदा गोलियां और दो बाइक भी बरामद की हैं।
Also Read : छठ पर्व की तैयारी में जुटा रांची नगर निगम, 74 तालाबों की समीक्षा हुई पूरी