Muzaffarpur : बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में पुलिस ने एक बड़े सेक्स रैकेट का खुलासा किया है। मंगलवार शाम एक लड़की के फोन कॉल के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार लड़कियों को रेस्क्यू किया और पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया। इस रैकेट को हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के युवा मोर्चा अध्यक्ष दिलीप पासवान और उनकी पत्नी किरण कुमारी मिलकर चला रहे थे। मामले के खुलासे के बाद HAM ने दिलीप को पार्टी से निष्कासित कर दिया।
लड़की के फोन से शुरू हुई जांच
डीएसपी टाउन 1 सीमा देवी ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि मंगलवार शाम को नगर थाना अध्यक्ष के सरकारी मोबाइल पर एक लड़की का कॉल आया। उसने बताया कि उसे जबरन एक कमरे में बंद रखा गया है और देह व्यापार के लिए मजबूर किया जा रहा है। लड़की को यह भी नहीं पता था कि वह कहां है, क्योंकि उसे मुजफ्फरपुर से जबरन लाया गया था। उसने आसपास की चीजों को देखकर पुलिस को लोकेशन दी, जिसके आधार पर पुलिस ने कल्याणी इलाके में छापेमारी की।
किराए के मकान में चल रहा था रैकेट
पुलिस की जांच में पता चला कि ब्रह्मपुरा के रहने वाले दिलीप पासवान ने एक मकान किराए पर लिया था, जहां लड़कियों को 2-3 दिन तक रखा जाता था और फिर उन्हें अलग-अलग जगहों पर सप्लाई किया जाता था। इस रैकेट में दिलीप की पत्नी किरण कुमारी लड़कियों को सप्लाई करने का काम करती थी। पुलिस ने सुभद्रा होटल और काजी मोहम्मदपुर के एक होटल में भी छापेमारी की, जहां से दोनों होटलों के मैनेजरों को गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार आरोपियों में ये शामिल
पुलिस ने कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें दिलीप पासवान, उनकी पत्नी किरण कुमारी, सिकंदरपुर के ऑटो ड्राइवर लक्ष्मण पासवान, सीतामढ़ी के होटल संचालक अंकित कुमार और सुभद्रा होटल के मैनेजर पवन कुमार शामिल हैं। छापेमारी में एक कार, एक ऑटो, 5 मोबाइल, एक DVR और एक ट्रेन टिकट भी बरामद किया गया।
भोली-भाली लड़कियों को बनाया जाता था निशाना
डीएसपी सीमा देवी ने बताया कि ऑटो ड्राइवर लक्ष्मण पासवान उन लड़कियों को निशाना बनाता था, जो घर से झगड़ा करके या अन्य कारणों से भटक रही थीं। वह उनकी जानकारी किरण को देता था, जो नौकरी और रहने का लालच देकर उन्हें देह व्यापार में धकेल देती थी। बरामद ट्रेन टिकट उसी लड़की का था, जिसने पुलिस को फोन किया था। वह दिल्ली जाने वाली थी, लेकिन ट्रेन छूटने के बाद ऑटो ड्राइवर ने उसे इस रैकेट में फंसा दिया।
आरोपियों का आपराधिक इतिहास
पुलिस के अनुसार, दिलीप पासवान और लक्ष्मण पासवान लंबे समय से इस धंधे में शामिल हैं। साल 2014 में दोनों को 10 साल की सजा हो चुकी है, जिसका मामला नगर थाना में कांड संख्या 294/2014 के तहत दर्ज है। सूत्रों का कहना है कि दिलीप की जिले के कई बड़े नेताओं से जान-पहचान थी और वह कुछ नेताओं को भी लड़कियां सप्लाई करता था। पुलिस इस पहलू पर भी जांच कर रही है।
मकान मालिक पर भी कार्रवाई
डीएसपी ने बताया कि किराए पर मकान देने से पहले किरायदारों का सत्यापन करवाना अनिवार्य है, लेकिन मकान मालिक ने ऐसा नहीं किया। इसलिए मकान मालिक को भी इस मामले में अभियुक्त बनाया जाएगा।
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